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कई गांवों को कराया जा रहा खाली, बांध में दरारें आने से अलर्ट

न्यूज़क्रेडिट: अमरउजाला
धार जिले के भरुडपुरा और कोठीदा के बीच कारम नदी पर बनाए जा रहे बांध की दीवार धंसकने से पानी का रिसाव गांवों की और बढ़ता जा रहा है। जानकारी के अनुसार शुक्रवार सुबह भारी मात्रा में बांध की मिट्टी एक तरफ बह गई हैं।
धार जिले की धरमपुरी तहसील के ग्राम कोठीदा भारुडपुरा में करीब 100 करोड़ रुपये की लागत से बन रहे निर्माणाधीन बांध में पहली ही बारिश में रिसाव शुरू हो गया है। बांध की दीवार धंसकने की खबर मिलते ही प्रशासन और ग्रामीणों में हड़कंप मच गया है। जिले के भरुडपुरा और कोठीदा के बीच कारम नदी पर बनाए जा रहे बांध की दीवार धंसकने से पानी का रिसाव गांवों की और बढ़ता जा रहा है। जानकारी के अनुसार शुक्रवार सुबह भारी मात्रा में बांध की मिट्टी एक तरफ बह गई हैं, जिसके चलते बांध की दीवार का एक बड़ा हिस्सा ढह गया है। करीब 11 गांवों में मुनादी करा के गांवों को खाली कराया जा रहा है।
फिलहाल एहतियात के तौर पर प्रशासन ने आसपास के गावों में घरों को खाली कराने का काम शुरू कर दिया है। साथ ही आगरा-मुंबई नेशनल हाईवे-3 (AB रोड) बंद कर तेजी से मरम्मत का शुरू किया गया है। प्रशासन के लिए अगले 10 घंटे काफी चुनौतीपूर्ण माने जा रहे हैं। भोपाल और इंदौर के विशेषज्ञों की टीम मौके पर मौजूद है और बांध का पानी खाली कर बांध की दीवार में राहत बचाव का कार्य किया जा रहा है। समय रहते यदि राहत कार्य नहीं किया गया तो कई गांवों में बाढ़ आ सकती है।
बांध में लीकेज की खबर मिलते हैं जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट कारम बांध पहुंचे हैं। सीपेज की सूचना पर जिला कलेक्टर डॉक्टर पंकज जैन, सिंचाई विभाग के ई निनामा, सिंचाई विभाग के एसडीओ सिद्दीकी सहित आला अधिकारी मौके पर पहुंचे हैं। बांध का निरीक्षण कर, गुजरी के आसपास कोठीदा, भारुडपुरा इमलीपुरा, भांडाखो, दुगनी, डेहरिया, सिमराली, सिरसोदिया, डहीवर, लसनगाव, हनुमंतिया समेत 11 गांवों में ग्रामीणों को अलर्ट कर, सुरक्षित स्थान पर रहने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं, इंदौर, भोपाल से विशेषज्ञों का दल बुलाया गया है। साथ ही जल संसाधन विभाग के सभी वरिष्ठ अधिकारी एवं जिला प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद हैं। अधिकारियों की देख रेख में बांध में आपदा प्रबंधन का कार्य किया जा रहा है। बांध में रिसाव होने के चलते जगह जगह से पानी के फव्वारे निकल रहे हैं।
इन स्थानों पर अलर्ट जारी
नर्मदा नदी के किनारे रहने वाले सभी ग्रामीणों को अलर्ट कर सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा रहा है। धरमपुरी तहसील के आसपास कोठीदा, भारुडपुरा, इमलीपुरा, भांडाखो, दुगनी,डेहरिया, सिमराली, सिरसोदिया, लालबाग, वासवी, बलवारी, नापी दहीवर, बेगन्दा ग्राम तथा महेश्वर तहसील के गड़ी, मेलखेड़ी ,मोयदा, कांकरिया, मिर्जापुर में अलर्ट जारी किया गया है। खरगोन के 6 गांव भी प्रभावित हैं, इसे देखते हुए कलेक्टर और एसपी ने निचले इलाकों के गांव को खाली कराना शुरू कर दिया है। मुम्बई, आगरा, राजमार्ग, खालघाट से मानपुर तक कराया बंद करा दिया गया है। काकडदा, मेलखेड़ी, काकरिया, मिर्जापुर, बडवी और जलकोटा गांव में अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, धामनोद-बड़वाह मार्ग का ट्रैफिक पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। दोनों तरफ गाड़ियों की कतारे लग गई हैं। इंदौर से आने और जाने वाले रास्ते पर 78 किमी दूर ट्रैफिक रोका गया है।
गेट खोलने के प्रयास जारी
मौके पर मौजूद धार कलेक्टर डॉ पंकज जैन ने कहा कि भोपाल से एक्सपर्ट की टीम मौके पर पहुंची है। गेट खोलने के प्रयास जारी हैं कुछ ही समय में स्थिति को कंट्रोल कर लिया जाएगा प्रशासन हर तरीके से अलर्ट है। मौके पर मंडलेश्वर एसडीएम सहित भारी पुलिस फोर्स मौजूद है।प्रदेश के उद्योग मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव भी कारम बांध क्षेत्र में पहुंचे हैं तथा स्थिति का जायजा ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रशासन सतर्कता बनाए हुए हैं बांध का जलस्तर खाली कराया जा रहा है। प्रशासन हर स्थिति को संभाले हुए हैं और नजर बनाए हुए है।
कारम नदी परियोजना पर 304.44 करोड़ रुपये की लागत से निर्माण कार्य किया गया था, कारम नदी पर बने बांध में जहां रिसाव शुरू हुआ है उस हिस्से पर करीब 100 करोड़ की लागत से निर्माण कार्य किया गया है। बीते चार साल से निर्माण कार्य जारी है। इस बांध के बनने से आस पास के करीब 52 गांवों में 10500 हेक्टेयर भूमि सिंचित होगी।
पूर्व सीएम कमलनाथ ने जताई चिंता, भ्रष्टाचार के आरोप लगाए
कारम नदी पर बने बांध की मिट्टी धंसकने की खबर मिलने पर पूर्व सीएम कमलनाथ ने सोशल मीडिया में पोस्ट कर चिंता व्यक्त की। कमलनाथ ने लिखा कि मध्यप्रदेश के धार जिले में कारम नदी पर नवनिर्मित कोठिदा-भारुडपुरा बांध में रिसाव की ख़बर बेहद चिंताजनक। 304 करोड़ रुपये की इस योजना में शुरू से स्थानीय ग्रामीणजनों व जनप्रतिनिधियों द्वारा भ्रष्टाचार व घटिया निर्माण कार्य की शिकायत दर्ज करवायी जा रही थी, लेकिन शिकायतों की अनदेखी की गयी। जिसके परिणाम स्वरूप पहली बारिश में ही यह लिकेज की घटना सामने आयी है। आदिवासी क्षेत्रों में चले रहे विभिन्न निर्माण कार्यों में भ्रष्टाचार की शिकायतें निरंतर सामने आ रही हैं।
कमलनाथ ने कहा कि मैं सरकार से माँग करता हूँ कि बांध में रिसाव को देखते हुए सरकार सुरक्षा के तत्काल आवश्यक सभी कदम उठाये ताकि किसी भी तरह के नुक़सान व जनहानि को रोका जा सके।आसपास के गाँवो में विशेष सतर्कता बरतने व उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाने की तैयारी भी की जावे।
साथ ही इस नवनिर्मित डैम में भ्रष्टाचार व घटिया निर्माण की शिकायतों को देखते विशेषज्ञों का एक जाँच दल तत्काल गठित करने का निर्णय भी लिया जावे, जो इस निर्माण कार्य की जाँच करे। साथ ही इसके दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई हो।