मध्य प्रदेश

मध्य प्रदेश ने खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 में मलखंभ खेल में शानदार प्रदर्शन करते हुए 12 पदक किए अपने नाम

Ritisha Jaiswal
13 Jun 2022 9:50 AM GMT
मध्य प्रदेश ने खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 में मलखंभ खेल में शानदार प्रदर्शन करते हुए 12 पदक किए अपने नाम
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मध्य प्रदेश ने खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 में मलखंभ खेल में शानदार प्रदर्शन करते हुए 12 पदक अपने नाम किए।

मध्य प्रदेश ने खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 में मलखंभ खेल में शानदार प्रदर्शन करते हुए 12 पदक अपने नाम किए। इस उपलब्धि पर खेल एवं युवा कल्याण मंत्री यशोधराराजे सिंधिया ने भी बधाई दी है।

बता दें कि खेलो इंडिया यूथ गेम्स में पहली बार मलखंभ को शामिल किया गया है और पहली ही बार में मप्र चैंपियन बना है। खेलो इंडिया यूथ गेम्स के मलखंभ में मध्य प्रदेश ओवरऑल चैंपियन बना है। उसने 5 स्वर्ण पदक समेत कुल 12 मेडल जीते।उज्जैन के खाचरौद के रहने वाले 18 साल के युवा खिलाड़ी पंकज गर्गमा ने 5 में से 3 गोल्ड अपने नाम किए।
उज्जैन के खाचरौद के रहने वाले 18 साल के युवा खिलाड़ी पंकज गर्गमा ने 5 में से 3 गोल्ड अपने नाम किए। वे प्रदेश के पहले खिलाड़ी हैं, जिन्होंने खेलो इंडिया में एक दिन में तीन गोल्ड जीते हैं। पंकज ने पोल, रोप और ओवरऑल तीनों में 10 में से 9.10 अंक लिए।
खेलो इंडिया यूथ गेम्स में पोल मलखंभ के फाइनल में मध्य प्रदेश की हर्षिता कणडकर ने गोल्ड जीता तो एमपी की ही सिद्धि गुप्ता ने सिल्वर मेडल जीता है। रोप मलखंभ में हर्षिता, छत्तीसगढ़ की सरिता पायम के साथ संयुक्त रूप से तीसरे स्थान पर रहीं। लड़कों में पोल मलखंभ में इंद्रजीत नगर और प्रणव कोरी संयुक्त रूप से छत्तीसगढ़ के मोनू नेताम के साथ दूसरे स्थान पर थे। रोप मलखंभ के लिए पंकज गर्गमा ने शीर्ष स्थान हासिल किया, उसके बाद नागर दूसरे स्थान पर रहे। हैंगिंग मलखंभ के लिए, गर्गमा ने फिर से टॉप रहते हुए गोल्ड जीता।
मध्य प्रदेश की इस उपलब्धि पर मप्र की खेल एवं युवा कल्याण मंत्री यशोधराराजे सिंधिया ने भी बधाई दी है।मध्य प्रदेश की इस उपलब्धि पर मप्र की खेल एवं युवा कल्याण मंत्री यशोधराराजे सिंधिया ने भी बधाई दी है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि मलखंभ में कमाल का प्रदर्शन! खेलो इंडिया यूथ गेम्स में मप्र राज्य मलखंभ अकादमी के युवा खिलाड़ियों को 12 पदक जीतकर ओवरऑल चैम्पियन बनने की हार्दिक बधाई। इसके लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का आभार, जिन्होंने हमेशा इस पारंपरिक खेल का समर्थन किया व इसे 2005 में राज्य का खेल बनाया।


Ritisha Jaiswal

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