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इंदौर न्यूज़: एक तरफ शहर में अवैध नल कनेक्शन की बाढ़ आई हुई है तो दूसरी तरफ 75 फीसदी से अधिक उपभोक्ता जलकर ही जमा नहीं कर रहे, जिससे नगर पालिका के राजस्व का पूरा गणित ही गड़बड़ा गया है. जबकि व्यवस्था संचालन के लिए ही हर महीने करीब 10 लाख रुपए खर्च करना पड़ रहे हैं.
नगर पालिका के आंकड़ों के अनुसार शहर में 4550 वैध नल कनेक्शन है. जलकर 200 रुपए प्रति माह है. इस लिहाज से हर महीने नगर पालिका के खाते में 9 लाख 10 हजार रुपए जमा होना चाहिए. जबकि अप्रैल में 2 लाख 93 हजार 797 रुपए जलकर जमा हुआ तो वहीं मई में 1 लाख 68 हजार 300 रुपए रहा. नल जल योजना के संचालन में हर महीने बिजली का बिल ही करीब 8 लाख रुपए आता है. इसके अलावा लगभग 2 लाख रुपए कर्मचारियों का वेतन बनता है.
एक नजर आंकड़ों पर:
● 4550 वैध नल कनेक्शन है शहर में
● 200 रुपए प्रति माह है जलकर की राशि
● 9 लाख 10 हजार रुपए हर माह जमा होना चाहिए जलकर
● 50 प्रतिशत राशि भी जमा नहीं हो रही.
कार्रवाई होगी:
जलकर की राशि जमा करवाने और अवैध नल कनेक्शन को वैध करने के लिए शहर में मुनादी करवाई जाएगी. इसके बाद जुर्माना वसूलने की कार्रवाई करेंगे. हमारी उपभोक्ताओं से अपील है कि वे जलकर की राशि नियमित जमा करें. जिन उपभोक्ताओं ने नल कनेक्शन वैध नहीं करवाया है वे भी विधिवत प्रक्रिया कर होने वाली परेशानी से बचें. उपभोक्ता चाहे तो जलकर की राशि हर महीने या पूरे साल की राशि एक बार में ऑनलाइन जमा करवा सकता है.
जाबिर खान, सीएमओ, झाबुआ
ये हैं नल कनेक्शन लेने की प्रक्रिया
नल कनेक्शन लेने के लिए नगर पालिका में आवेदन करना होता है. 500 रुपए के स्टांप पेपर पर अनुबंध किया जाता है. इसके बाद 4 हजार रुपए शुल्क जमा कराना होता है. नल कनेक्शन के समय रोड कटिंग करने के लिए भी अलग से राशि जमा करनी पड़ती है. परंतु कोई भी उपभोक्ता नियमों का पालन नहीं कर रहा.
पिछले वित्तीय वर्ष में 87 लाख 74 हजार बकाया
वित्तीय वर्ष 2022-23 में जलकर के रूप में केवल 21 लाख 45 हजार 996 रुपए ही जमा हुए. जबकि नल कनेक्शन के हिसाब से 1 करोड़ 9 लाख 20 हजार रुपए जमा होना थे. यानी 87 लाख 74 हजार 4 रुपए का जलकर बकाया है.
इधर, लोग नल कनेक्शन खुद जोड़ रहे
नगर पालिका के रिकॉर्ड में वैध नल कनेक्शन का आंकड़ा 4550 है. जबकि अवैध कनेक्शन की तो संख्या ही नहीं है. आलम ये है कि लोग बिना प्रक्रिया का पालन किए अपने हिसाब से सड़क खोदकर कनेक्शन कर रहे हैं. शहर के वार्ड क्रमांक एक में तो लोगों ने नल कनेक्शन के चक्कर में सड़क ही खोद दी. बावजूद नगर पालिका ने कोई कार्रवाई नहीं की.