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आकाश द्विवेदी/भोपाल। मध्य प्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव के नतीजों के बाद प्रदेश में सियासी पारा गर्माया हुआ है. एक तरफ बीजेपी जहां अपनी जीत का जश्न मना रही है तो इस बार के नतीजों पर कांग्रेस भी खुश नजर आ रही है. क्योंकि कांग्रेस के पांच महापौर जीते हैं. लेकिन नतीजों के बाद बीजेपी ने कांग्रेस के तीन विधायकों से इस्तीफा मांगा है. बीजेपी का कहना है कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ को खुद इन विधायकों से इस्तीफा मांगना चाहिए.
कांग्रेस के तीनों विधायक हारे महापौर का चुनाव
दरअसल, इस बार निकाय चुनाव में कांग्रेस ने अपने विधायकों को भी महापौर का चुनाव लड़ाया था. लेकिन जनता ने किसी भी विधायक को इस बार महापौर नहीं बनाया. ऐसे में चुनाव हारने वाले विधायकों से बीजेपी ने नैतिकता के आधार पर इस्तीफा मांगा है.
बता दें कि कांग्रेस ने इंदौर से विधायक संजय शुक्ला, उज्जैन से विधायक महेश परमार और सतना से विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा को महापौर के लिए मैदान में उतारा था. लेकिन तीनों विधायकों को महापौर के चुनाव में हार का सामना करना पड़ा. इंदौर में संजय शुक्ला को बीजेपी के पुष्यमित्र भार्गव, सतना में विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा को योगेश ताम्रकार और उज्जैन में विधायक महेश परमार को मुकेश टटवाल ने चुनाव हराया है.
बीजेपी ने मांगा इस्तीफा
भोपाल से बीजेपी के पूर्व सांसद आलोक संजर ने तीनों विधायकों की इस्तीफा मांगते हुए कहा कि ''तीनों विधायकों को नैतिकता के तौर पर इस्तीफा देना चाहिए नहीं तो कमलनाथ उनसे खुद इस्तीफा मांगे. क्योंकि ये तीनों जहां से विधायक हैं वहीं से महापौर का चुनाव हार गए मतलब जनता ने उन्हें नकार दिया. ऐसे में कांग्रेस के तीनों विधायक ने मुह की खाई है और कांग्रेस ने अपना जनमत खोया है.''
बता दें कि पहले बीजेपी विधायकों को महापौर का टिकट देती थी. लेकिन बीजेपी ने इस बार यह फॉर्मूला छोड़ दिया, लेकिन कांग्रेस पहली बार इस फॉर्मूले पर चली. लेकिन कांग्रेस के सभी विधायक चुनाव हार गए. हालांकि ग्वालियर में कांग्रेस विधायक सतीश सिकरवार की पत्नी शोभा सिकरवार ने जरूर महापौर के चुनाव में जीत दर्ज की है.