- Home
- /
- राज्य
- /
- मध्य प्रदेश
- /
- 100 बोतल खून देकर मनाई...
न्यूज़क्रेडिट: अमरउजाला
10 हजार की आबादी वाले शहर के 100 उर्जावान युवाओं ने 100 बोतल रक्तदान कर इतिहास रचा। 15 अगस्त सन 1990 को इछावर अस्पताल में ऐतिहासिक रक्तदान शिविर आयोजित किया गया था।
सीहोर। 15 अगस्त सन 1990 बुधवार का दिन इछावर इतिहास के लिए स्वर्णिम अध्याय लेकर आया। उस दिन इछावर के लोगों ने आजादी की सालगिरह अद्भूत तरीके से मनाई। पूरे प्रदेश के लिए आज भी एक मिसाल है। 10 हजार की आबादी वाले शहर के 100 उर्जावान युवाओं ने 100 बोतल रक्तदान कर इतिहास रचकर आजादी की वर्षगांठ मनाई। उस दिन यह सदेंश दिया कि देश के युवाओं ने अपना खून बहाकर आजादी दिलाई तो 43 साल बाद ही जरुरत पड़ने पर पीछे नहीं है। पदस्थ डॉ गरीश जोशी ने 100वीं खून की बोतल दान कर आंकड़े को तीन अंकों में पहुंचाया था।
मेडिकल ऑफिसर डॉ. विजय शर्मा थे सूत्रधार
तत्कालीन शासकीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र इछावर में पदस्थ डॉ. विजय शर्मा द्वारा अस्पताल में रक्तदान शिविर आयोजित किया। उन्होंने ही एक सप्ताह तक नगर के युवाओं और गणमान्य नागरिकों को रक्तदान के महत्व को समझाया था। साथ ही भोपाल के हमीदिया अस्पताल प्रबंधक से संपर्क साधा था। इस सार्थक प्रयास के बाद ही 15 अगस्त सन 1990 को इछावर अस्पताल में ऐतिहासिक रक्तदान शिविर आयोजित किया जा सका। जिसमें नगर के 100 युवाओं ने उत्साह के साथ रक्तदान कर आजादी की 43वीं वर्षगांठ मनाई थी। डॉ. विजय शर्मा ने इछावर मे स्वयं सेवी संस्था का गठन किया था। उस दौरान कारोबारी, कॉलेज के प्रोफेसरों और उर्जावान युवकों को शामिल किया था। 27 साल गुजर जाने के बाद भी सीहोर जिले मे ऐसी कोई मिसाल नहीं की स्वतंत्रता दिवस इस तरह से कहीं मनाया गया हो।
डॉ. विजय शर्मा का संक्षिप्त परिचय
स्व. डॉ. विजय शर्मा के जीवन चरित्र पर यही लिखना उचित है कि वे एक असाध्य रोग से जूझते समाज के लिये हिम्मत थे। इस व्यक्ति की पहचान इछावर, लाड़कुई, सीहोर में एक सफल चिकित्सक के साथ-साथ समाज सेवी के रूप में रही। जो आज के व्यवसायिक डाक्टरों के लिए भी नए सिरे से सोचने का विषय है। ज्यादा लिखें तो जगह कम पड़ जाएगी और हां डॉ गिरीश जोशी जिन्होंने जंग न हारने का पैगाम अंत तक युवाओं को दिया और आंकड़े को जब अंतिम दो डिजि़ट 99 में पाया तो खुद तीन अंकों तक ले जाने के लिए पलंग पर सो गए तथा खुद ने खून की 100वीं बोतल दान की।