मध्य प्रदेश

सिर्फ एक बोरिंग से कैसे बुझेगी सबकी प्यास, पानी की लाइन बिछाई

Admin Delhi 1
26 April 2023 10:59 AM GMT
सिर्फ एक बोरिंग से कैसे बुझेगी सबकी प्यास, पानी की लाइन बिछाई
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इंदौर न्यूज़: शहर की प्यास बुझाने के लिए नगर निगम ने घर-घर तक पाइप लाइनें बिछा दी हैं. इन लाइनों में पानी देने का भी दावा कर रहा है, लेकिन हकीकत इसके उलट है. कई क्षेत्र ऐेसे हैं, जहां लोगों को पीने का पानी नहीं मिल पा रहा है. लोग पानी के लिए या तो सरकारी बोरिंग पर निर्भर हैं या टैंकर का इंतजार कर रहे हैं .

पाटनीपुरा इलाके के हाल भी ऐसे ही हैं. वार्ड नं. 26 में आने आने वाले इस क्षेत्र में पानी की बहुत किल्लत है. गर्मियों में यहां जलसंकट रहता है. रहवासियों का कहना है कि क्षेत्र में एक महीने से पानी नहीं आ रहा है. पीने के पानी के लिए हमें परेशान होना पड़ रहा है. सभी लोग सरकारी बोरिंग पर निर्भर हैं लेकिन उसमें भी पानी कम आता है. समस्या यहीं खत्म नहीं होती. जो बोरिंग है वह भी कुछ देर के लिए ही चालू होता है, जिससे हम लोगों की पूर्ति नहीं हो पाती है. अगर ऐसा ही हाल रहा तो गर्मी जब तेज होगी तब क्या होगा. हम लोगों ने कई बार नगर निगम में इसकी शिकायत की लेकिन हमारी शिकायत बंद कर दी जाती है. हमारी सुनने वाला कोई नहीं है. न तो स्थानीय पार्षद इस समस्या की सुध लेते हैं और न ही नगर निगम के अधिकारी सुनते हैं. बहुत परेशानी हो रही है.

सरकारी बोरिंग की आस

हमारी कॉलोनी में पिछले एक महीने से पानी नहीं आ रहा है. पीने के पानी के लिए हम सरकारी बोरिंग पर निर्भर हैं. बोरिंग भी थोड़ी देर के लिए ही चालू होता है, जिससे पूरे मोहल्ले के लोग पानी भरते हैं. गर्मी के कारण उसमें भी पानी ठीक से नहीं आ पाता. ऐसे में हमारी पूर्ति नहीं हो पा रही है.

-प्रेमसिंह तंवर, रहवासी

ड्रेनेज लाइनें भी चोक

इलाके की सभी ड्रेनेज लाइनें चोक हैं. हर एक-दो महीने में चैंबर भर जाते हैं और सड़कों पर पानी बहने लगता है. इसके लिए भी बार-बार शिकायत करने के बाद टीम आती है और सफाई करती है.

-राजेश यादव, रहवासी

आता था गंदा पानी

गर्मी के मौसम में हमारे क्षेत्र में हर साल ही ऐसी स्थिति बनती है. पहले जब पानी आता था तो वह भी गंदा आता था. नर्मदा लाइन में ड्रेनेज का पानी मिक्स रहता था, जिसे पी नहीं सकते थे. शिकायत भी कर दी, लेकिन कोई सुनने वाला ही नहीं है.

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