मध्य प्रदेश

अद्भुत योद्धा टंट्या मामा के बलिदान दिवस पर 4 दिसंबर को पातालपानी में किया जाएगा भव्य कार्यक्रम आयोजित

Gulabi
20 Nov 2021 3:41 PM GMT
अद्भुत योद्धा टंट्या मामा के बलिदान दिवस पर 4 दिसंबर को पातालपानी में किया जाएगा भव्य कार्यक्रम आयोजित
x
4 दिसंबर को भव्य कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा
अद्भुत योद्धा टंट्या मामा के बलिदान दिवस पर 4 दिसंबर को पातालपानी में भव्य कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। टंट्या मामा के पवित्र जन्म स्थल पंधाना के बड़ौदा अहीर से माटी की कलश यात्रा निकाली जाएगी जो कि खरगोन,बड़वानी, अलीराजपुर,झाबुआ,धार,इंदौर होते हुए पातालपानी में समाप्त होगी: कम
मध्यप्रदेश में जनजातीय व आदिवासी समुदाय को रिझाने के लिए दोनों ही प्रमुख दलों भाजपा और कांग्रेस ने कमर कस ली है। भोपाल में बिरसा मुंडा जयंती पर जनजातीय सम्मेलन के सफल आयोजन से उत्साहित भाजपा अब आदिवासी नायक व स्वतंत्रता सेनानी टंट्या मामा के बलिदान दिवस को भव्य तरीके से मनाने में जुट गई है। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान टंट्या मामा के बलिदान दिवस 4 दिसंबर को पातालपानी आएंगे। वे टंट्या मामा को श्रद्धांजलि अर्पित कर आदिवासियों के लिए कुछ बड़ी घोषणाएं भी कर सकते हैं।
कौन हैं ट्ंट्या भील...
टंट्या भील का जन्म सन् 1842 के आसपास हुआ। मात्र 16 वर्ष की आयु में वह क्रांतिवीर बन गए थे। संकट में लोग टंट्या मामा को पुकारते। वह हवा की तरह आते, लोगों को शोषण से मुक्त करवाते और अगले मोर्चे पर चल देते। उन्होंने अंग्रेजों के चाटुकार सेठ-साहूकारों के चंगुल से दीन-हीन गरीबों को मुक्ति दिलाई, अंग्रेजों से लगातार संघर्ष किया और जनयोद्धा बन गए। यही नहीं वन में शरण के लिए आए सैकड़ों स्वतंत्रता सेनानियों के वह आश्रयदाता भी थे। 15 सितम्बर 1857 को क्रांति के महानायक तात्या टोपे से उन्हें गुरिल्ला युद्ध का प्रशिक्षण प्राप्त दिया। वे अंतिम समय तक शोषित और पीडि़तों को लिए काम करते रहे।


Next Story