मध्य प्रदेश

नगर परिषद बरघाट के पूर्व अध्यक्ष गिरफ्तार, जानिए क्या है वजह

Shantanu Roy
7 Aug 2022 3:01 PM GMT
नगर परिषद बरघाट के पूर्व अध्यक्ष गिरफ्तार, जानिए क्या है वजह
x
बड़ी खबर

सिवनी। अध्यक्ष-उपाध्यक्ष चुनाव से ठीक एक दिन पहले नगर परिषद बरघाट के पूर्व अध्यक्ष रंजीत वासनिक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। प्रधानमंत्री आवास योजना में अपात्रों को लाभ पहुंचाने सहित अन्य निर्माण कार्यो में गड़बड़ी के मामले में लंबे समय से फरार पूर्व अध्यक्ष रंजीत वासनिक को 6-7 अगस्त की दरम्यानी रात करीब 1.30 बजे बरघाट पुलिस ने घर से गिरफ्तार किया है।हाइकोर्ट का आदेश दिखाते हुए पूर्व अध्यक्ष वासनिक द्वारा गिरफ्तारी पर स्थगन जारी होने की जानकारी लगातार पुलिस को दी जा रही थी। इस पर बरघाट पुलिस ने 18 जनवरी 2022 को हाइकोर्ट से जारी आदेश का महाअधिवक्ता के परीक्षण किया।

शासकीय महाअधिवक्ता द्वारा स्पष्ट किया गया कि हाइकोर्ट ने पूर्व अध्यक्ष की गिरफ्तारी पर किसी तरह का स्थगन नहीं दिया है। महाअधिवक्ता का परामर्श लेने के बाद पुलिस ने धारा 420, 467, 468, 471, 409, 34 भादंवि के तहत दर्ज प्रकरण में फरार चल रहे बरघाट नगर परिषद के पूर्व अध्यक्ष रंजीत वासनिक को 6 अगस्त की रात गिरफ्तार कर लिया है।आरोपित को आज कोर्ट में जिला न्यायालय में पेश किया जा रहा है।गौरतलब है कि, 8 अगस्त को नगर परिषद बरघाट में अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के निर्वाचन की कार्रवाई की जाना है।

खुद को बताया था बेगुनाह
दिसंबर 2019 में प्रधानमंत्री आवास में अपात्रों को लाभ दिलाने के मामले में बरघाट पुलिस ने नगर परिषद बरघाट के पूर्व अध्यक्ष रंजीत वासनिक पर प्राथमिकी दर्ज की थी। एफआइआर दर्ज होते ही पूर्व अध्यक्ष वासनिक फरार हो गए थे।इस मामले में छानबीन के दौरान नगर परिषद के निर्माण कार्यो में कई तरह की अनियमित्ताएं सामने आई थी।दर्ज एफआइआर पर अग्रिम जमानत हासिल करने पूर्व अध्यक्ष जिला न्यायालय के बाद हाइकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट तक गए थे।
जहां से जमानत अर्जी को कोर्ट ने खारिज कर दिया था। 18 जनवरी 2022 को हाइकोर्ट से जारी एक आदेश को दिखाकर पूर्व अध्यक्ष द्वारा पुलिस प्रशासन को गिरफ्तारी पर स्थगन जारी होने की जानकारी दी गई थी। 27 जुलाई को सिवनी शहर के निजी होटल में प्रेस वार्ता लेकर पूर्व अध्यक्ष रंजीत वासनिक ने प्रधानमंत्री आवास योजना में गड़बड़ी पर दर्ज एफआइआर को राजनीति से प्रेरित बताते हुए खुद को बेगुनाह बताया था।
लंबे समय बाद हुई गिरफ्तारी
बरघाट परिषद बरघाट के पूर्व अध्यक्ष की गिरफ्तारी लंबे समय बाद हो सकी है। इस मामले में पुलिस अधिकारियों का कहना है कि, चूकि मामला कोर्ट में था।ऐसे में कोर्ट से जारी सभी आदेश का सूक्ष्मता से परीक्षण कराने के बाद गिरफ्तारी की कार्रवाई की गई है। पूर्व अध्यक्ष ने अपने बचाव में कोर्ट में कई बार रिटपिशन दायर की थी, हाइकोर्ट के महाअधिवक्ता से सभी आदेशों का परीक्षण कराने के बाद इसमें कार्रवाई की गई है।
Next Story