मध्य प्रदेश

फायरिंग करके इलाके में दहशत फैलाने वालों के खिलाफ FIR दर्ज

Admin4
14 Feb 2023 9:07 AM GMT
फायरिंग करके इलाके में दहशत फैलाने वालों के खिलाफ FIR दर्ज
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उज्जैन। उज्जैन के माकड़ोन में किराने की दुकान पर सामान लेने के दौरान कहासुनी के दौरान फायरिंग और तलवार चलने का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है। जिसमें खुलेआम दुकानदार और ग्राहक उग्र नजर आ रहे हैं। इस दौरान दुकानदार ने तलवार निकाली तो सामान लेने वालों ने भी कार से पिस्टल निकालकर फायरिंग कर दी। जिससे इलाके में दहशत फैल गई। घटना के बाद पुलिस ने 7 लोगों पर मामला दर्ज किया है। जिसके खिलाफ करणी सेना ने फायरिंग करने वाले लोगों को निर्दोष बताते हुए एसपी ऑफिस का घेराव के बाद प्रदर्शन किया। करनी सेना की मांग है कि जिन लोगों पर पुलिस ने FIR दर्ज की है वो दरअसल निर्दोष है।
सोमवार दोपहर 12 बजे करणी सेना के 100 से अधिक कार्यकर्ताओं ने एसपी कार्यालय का घेराव किया था। इस दौरान बड़ी संख्या में आए कार्यकर्ता ने जमकर नारेबाजी करते हुए पुलिस पर आरोप लगाए और 3 अलग अलग मामलों का जिक्र करते हुए निर्दोषों के खिलाफ FIR वापस लेने के मांग की। वहीं विवाद का वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें माकड़ोन थाना अंतर्गत रूपा खेड़ी में रामचंद्र चौधरी की किराने की दुकान पर दो युवक कार से आते हैं, इस बीच सामान मांगने की बात पर कुछ कहासुनी होती है। इस दौरान सामान लेने आये युवक दुकानदार को चांटा मार देता है। इस दौरान वहां हंगामा मच जाता है। कुछ देर बाद कार वापस आती है और उसमें से एक युवक कार मे से दुकान के बाहर खड़े लोगों पर फायर करता नजर आता है।
दुकान के बाहर खड़े लोग भी अपने हाथों में तलवार लेकर उन पर हमले के लिए तैयार दिख रहे हैं। इस पूरी घटना के बाद दुकानदार रामचंद्र की रिपोर्ट पर भेरू सिंह, करसिंह पाल सिंह, वीरेंद्र सिंह, बलवान सिंह, पिंटू और जितेंद्र सहित भगवान सिंह के खिलाफ विभिन्न धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई है।
महिदपुर में एक हफ्ते पहले हुए विवाद के बाद पुलिस ने राजपूत समाज के लोगों पर कार्रवाई की थी। करणी सेना की मांग है कि जिसने ये काम किया है, उस पर कार्रवाई करें। करणी सेना का आरोप है कि महिदपुर और चिंतामण थाने में भी फर्जी मामले दर्ज हुए हैं और अलग अलग मामले में अब तीनों थाना क्षेत्र के थाना प्रभारी को सस्पेंड करने के निर्दोष के साथ FIR वापस लेने की मांग की है।
पूरे मामले में देर रात तक करनी सेना के कार्यकर्ता पहले एसपी ऑफिस और बाद में आईजी कार्यालय के सामने बैठकर शाम तक प्रदर्शन करते रहे। देर शाम को आय जी एक हफ्ते के अंदर तीनो मामलों में जांच करने के बाद कार्रवाई की बात कही है। जिसके बाद करणी सेना ने अपना प्रदर्शन खत्म किया।
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