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काले झंडे का खौफ! CM शिवराज के कार्यक्रम से पहले लोगों के उतरवाए गए पैंट-शर्ट
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को काले झंडे का इस कदर खौफ है कि पुलिस ने उनके कार्यक्रम में आने वालों के काले पैंट शर्ट तक उतरवा दिए. यह घटना शनिवार को सतना में आयोजित प्रदेश स्तरीय पीएम आवास ग्रह प्रवेशम कार्यक्रम की है. इस कार्यक्रम में आने वालों को काले चश्मे, बैग, काली पन्नी, चश्मा कवर आदि साथ लाने पर रोक लगा दी गई. इस दौरान जिन लोगों ने काले कपड़े उतारने से मना किया, उन्हें पांडाल में घुसने नहीं दिया गया. इसको लेकर कई लोगों की पुलिस के साथ झड़प भी हुई.
बता दें कि सतना के बीटीआई मैदान में आयोजित इस प्रदेश स्तरीय कार्यक्रम के दौरान युवा कांग्रेस ने मुख्यमंत्री को काले झंडे दिखाने का ऐलान किया था. इस ऐलान के बाद हरकत में आए जिला प्रशासन और पुलिस ने इतनी कड़ी व्यवस्था कर दी कि किसी को काली वस्तु भी कार्यक्रम में ले जाने पर मनाही हो गई. पहले तो प्रशासन ने युवा कांग्रेस के पदाधिकारियों को नजरबंद किया. फिर भी उन्हें लगा कि लोग छिपकर कार्यक्रम में आ सकते हैं और मुख्यमंत्री को काले झंडे दिखा सकते हैं तो प्रशासन ने ऐसी व्यवस्था कर दी कि कोई काली वस्तु ही कार्यक्रम में ना ले जा सके. इसके लिए पांडाल में घुसने वाले सभी गेट पर पुलिस ने काली पैंट, काली शर्ट, जैकेट, टोपी, बैग, खाने की काली पन्नी, चश्मा, चश्मा कवर, बीड़ी, तमाखू और गुटका आदि को गेट पर ही रखवा लिया.
पुलिस के साथ हुई झड़प
कुछ लोग जो काली पैंट और काली टीशर्ट पहनकर आए थे, उन्होंने कपड़े उतारने से मना किया तो पुलिस ने उन्हें वापस लौटा दिया. इस बात के लिए पूरे समय तक पुलिस के साथ लोगों की खूब झड़प हुई. हालात यहां तक आ गए कि इस कार्यक्रम में पुलिस ने कुछ काला कपड़ा पहने पीएम आवास हितग्राहियों को भी अंदर नहीं जाने दिया. इसको लेकर काफी बवाल हुआ
वर्चुवल तरीके से शामिल हुए PM
सतना की बीटीआई ग्राउंड में आयोजित इस प्रदेश स्तरीय पीएम आवास गृह प्रवेशम कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान खुद मौजूद रहे. वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कार्यक्रम में वर्चुअल रूप से शामिल हुए थे. कार्यक्रम शुरू होने के पहले ही सतना युवा कांग्रेस ने सीएम शिवराज सिंह को काला झंडा दिखाकर विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया था. इसलिए पुलिस सुबह से ही युवा कांग्रेस कार्यकर्ता व नेताओ को हिरासत में लेना शुरू कर दिया. बावजूद इसके पुलिस को आशंका थी कि एक भी कांग्रेस कार्यकर्ता कार्यक्रम में आ गया तो सीएम शिवराज सिंह और प्रधानमंत्री के सामने प्रशासन की किरकिरी हो जाएगी