मध्य प्रदेश

बाजार में बिक रहा नकली खाद-बीज

Admin Delhi 1
9 Jun 2023 10:54 AM GMT
बाजार में बिक रहा नकली खाद-बीज
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इंदौर न्यूज़: जिले के किसान प्रशासन की लालफीताशाही के कारण हमेशा धोखा खा जाता है. बाजार में नकली खाद, बीज और कीटनाशक बिक रहे हैं. प्रशासन की टीम इस समय उनकी जांच नहीं करती. जब किसान अपने पैसे खर्च कर बुवाई कर देगा, तब प्रशासन जागेगा और सैंपलिंग करेगा. इन लिए गए सैंपल की जांच रिपोर्ट कब तक आएगी, कोई भरोसा नहीं. इस दौरान दुकानदार अपनी कमाई कर लेता है, लेकिन किसान धोखे में रह जाता है. जब फसल कम या खराब आती है, तब उसे ठगी का पता चलता है. दरअसल जिले में बड़ी संख्या में निजी क्षेत्र के खाद- बीज और कीटनाशक विक्रेता है. हर साल नकली खाद और बीज बिकने की शिकायतें आमने आई है. इनकी बिक्री रोकने के लिए कृषि विभाग भी खाद बीज एवं कीटनाशक के सैंपल लेता है लेकिन अमानक व नकली खाद एवं बीज बेचने वाले दुकानदारों पर कार्रवाई तय नहीं होती है. क्योंकि सैंपल की जांच रिपोर्ट समय पर नहीं मिल पाती.

खास बात यह है कि, विभागीय स्तर पर होने वाली खाद बीज की सैंपलिंग की समय पर रिपोर्ट नहीं आने के बीच देखने में यह आता है कि, अक्सर निजी क्षेत्र के खाद बीज और कीटनाशक वितरक रिपोर्ट आने के पहले ही पूरा नकली खाद एवं बीज खुले बाजार में किसानों को खफा चुके होते हैं. ऐसे में अब उक्त नकली खाद व बीज से पैदावार नहीं होती है तो किसान खुद को ठगा हुआ सा महसूस करते हैं.

12 सैंपल जांच के लिए भेजे

हमारी टीम ने आज ही पूरे जिले में कार्रवाई कर एक साथ 12 सैंपल लिए हैं. सैंपल की जांच के लिए लैब भेजा जा रहा है. आमतौर पर एक महीने में सैंपलिंग की रिपोर्ट आ जाती है.

अशोक कुमार उपाध्याय, उप संचालक, कृषि, गुना

कृषि विभाग द्वारा सीजन के वक्त की जाने वाली खाद व बीज की सैंपलिंग के कई माह रिपोर्ट न आने से किसान शिकायतें करते हुए थक जाता है. करीब तीन से चार माह का लंबा वक्त बीतने पर वह अमानक खाद व बीज पर कार्रवाई होने की उम्मीद छोड़कर अगली फसल की तैयारी कर बोवनी कर चुका होता है.

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