मध्य प्रदेश

शुरू हुई कवायद, शहर में आएगी केंद्रीय टीम

Kajal Dubey
22 Dec 2022 6:06 AM GMT
शुरू हुई कवायद, शहर में आएगी केंद्रीय टीम
x
ग्वालियर : शहर में चार वाटर और चार सीवर ट्रीटमेंट प्लांट हैं। इसमें दो मोतीझील पर, एक जलालपुर व एक तिघरा में बना हुआ है। इसी प्रकार शताब्दीपुरम, जलालपुर, ललियापुरा व लाल टिपारा में चार सीवर ट्रीटमेंट प्लांट मौजूद हैं। इन सभी प्लांटों का केंद्रीय टीम अगले सप्ताह सर्वे कर सकती है। निगम के अधिकारी प्लांटों की स्थिति से तो आश्वस्त हैं, लेकिन लैंडफिल साइट पर लगे कचरे के ढेर के चलते दिक्कत हो सकती है। हालांकि निगम की ओर से लैंडफिल साइट पर पड़े हुए पुराने कचरे के वैज्ञानिक पद्धति से निष्पादन के लिए टेंडर प्रक्रिया की जा रही है, लेकिन टीम को यदि लैंडफिल साइट पर निष्पादन होता नहीं मिलता है तो शहर के अंक कट जाएंगे। यह टीम निगम द्वारा किए गए दावों की पड़ताल करने के साथ ही शहर की स्वच्छता के संबंध में जनता से भी फीडबैक लेगी। फीडबैक के आधार पर रैंकिंग में शहर के अंक तय होंगे। टीम के आने की सूचना मिलने पर निगम अधिकारियों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। गौरतलब है कि स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 की टूलकिट के मुताबिक इस बार तीन की बजाय चार चरणों में स्वच्छ सर्वेक्षण कराने का निर्णय लिया गया है। इसके लिए इसका पहला चरण अप्रैल-मई और दूसरा चरण जून-जुलाई में चलाया गया था। इस दौरान शहरी निकायों में उपलब्ध संसाधन व सफाई की स्थिति कागजों के माध्यम से स्पष्ट करने की मांग की गयी थी। वहीं अब तीसरे व चौथे चरण में निकार्यों के दावों का सत्यापन किया जाना है।
Next Story