मध्य प्रदेश

आदिवासी बस्ती की नाबालिग से मंदिर समिति के कर्मचारियों ने किया सामूहिक दुष्कर्म

Rani Sahu
28 July 2023 3:35 PM GMT
आदिवासी बस्ती की नाबालिग से मंदिर समिति के कर्मचारियों ने किया सामूहिक दुष्कर्म
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सतना (आईएएनएस)। मध्यप्रदेश के सतना जिले की धार्मिक नगरी मैहर में एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई। यहां शुक्रवार की सुबह आदिवासी बस्ती में रहने वाली 10 वर्षीय बालिका जख्मी हालत में मिली। उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म हुआ है। पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। कांग्रेस ने प्रभावित परिवार को एक करोड़ की सहायता देने की मांग की है।
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मैहर थाना क्षेत्र से गुरुवार की देर शाम एक 10 वर्षीय बालिका लापता हो गई थी। वह शारदा मंदिर के करीब भिक्षा मांगती थी, जो शुक्रवार को गंभीर हालत में मिली। उसे सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां हालत में सुधार न होने पर उपचार के लिए रीवा भेजा गया।
वहीं, आरोपियों मां शारदा वन विहार गौशाला के दो कर्मचारियों अतुल व सुरेश बढ़ोलिया को गिरफ्तार कर लिया गया। मंदिर प्रबंधन समिति ने दोनों की सेवाएं समाप्त कर दी है। बताया गया है कि दोनों आरोपी आदिवासी बस्ती में रहने वाली मासूम को बहला-फुसलाकर अधराटोला पहाड़ी पर ले गए और उसे अपनी हवस का शिकार बनाया। आशंका जताई जा रही है कि आरोपियों ने मासूम के साथ पहले दुष्कर्म किया और फिर उसके प्राइवेट पार्ट को नुकसान पहुंचाया। जिसके चलते खून का रिसाव बहुत ज्यादा हुआ और बालिका की हालत बिगड़ गई।
इस मामले के सामने आने पर आदिवासी बस्ती के लोगों ने विरोध-प्रदर्शन किया। राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट किया कि मैहर में बेटी के साथ दुष्कर्म की जानकारी मिली है, मन पीड़ा से भरा हुआ है, व्यथित हूं। मैंने पुलिस को निर्देश दिए हैं कि कोई भी अपराधी बचना नहीं चाहिए, पुलिस ने अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है। प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि बेटी के समुचित इलाज की व्यवस्था की जाए। कोई भी अपराधी बचेगा नहीं, कठोरतम कार्रवाई की जाए।
इस घटना को पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए कहा कि मैहर में छोटी बच्ची के साथ दुष्कर्म की घटना अत्यंत निंदनीय है। बच्ची के साथ निर्भया कांड की तरह अमानवीय व्यवहार किये जाने की बात भी सामने आ रही है। प्रदेश में आए दिन बच्चियों के साथ अत्याचार की घटनाओं ने साबित कर दिया है कि शिवराज सरकार बहन-बेटियों को सुरक्षा देने में पूरी तरह नाकाम हो चुकी है।
कमलनाथ ने कहा कि मैं मुख्यमंत्री से मांग करता हूं कि बेटी को अच्छे से अच्छा उपचार उपलब्ध कराया जाए और उसे तत्काल एक करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता दी जाए।
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