मध्य प्रदेश

MP में भूमाफिया सुरेंद्र संघवी और दीपक मद्दा के यहां ED का छापा, जमीन घोटाले से कमाए करोड़ों के लेन-देन की लिंक तलाश रही

Gulabi Jagat
11 May 2023 8:50 AM GMT
MP में भूमाफिया सुरेंद्र संघवी और दीपक मद्दा के यहां ED का छापा, जमीन घोटाले से कमाए करोड़ों के लेन-देन की लिंक तलाश रही
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INDORE. इंदौर के भूमाफिया सुरेंद्र संघवी और दीपक मद्दा उर्फ दीपक जैन उर्फ दिलीप सिसौदिया पर ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) द्वारा सुबह छापा मारा गया है। संघवी पूर्व मुख्य सचिव एसआर मोहंती के काफी करीबी रहे हैं। सूत्रों के अनुसार दोनों के घरों पर सुबह-सुबह टीम ने दबिश दी और सारे दस्तावेज खंगाले जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि यह छापा जिला प्रशासन द्वारा फरवरी 2021 में भूमाफिया अभियान में कराई गई 6 FIR के चलते हो रही है। इस मामले में शासन और जिला प्रशासन ने ईडी को भी जांच के लिए पत्र लिखे थे और ईडी ने इन मामलों की फाइल अपने पास बुलाई थी। इन दोनों के खिलाफ ही धोखाधड़ी की धाराओं में केस दर्ज है, जो ईडी की जांच शुरू करने के लिए अहम होती है। वहीं, संघवी से हुए लेन-देन के चलते रुचि ग्रुप के प्रमुख व बिल्डर मनीष शाहरा के दफ्तर में भी ईडी के अधिकारी पहुंचे और उनसे लेन-देन का हिसाब मांगा और जानकारी लेकर चले गए। इस मामले में संघवी की गिरफ्तारी की भी संभावनाएं बन रही है फिलहाल पूछताछ हो रही है।
मौके पर दर्जन भर अधिकारी मौजूद
इंदौर ईडी की यह कार्रवाई है, जिसमें भोपाल की टीम का भी सहयोग लिया गया है। भोपाल से भी अधिकारी इसमें शामिल है। बताया जा रहा है कि असिस्टेंट डायरेक्टर व अन्य अधिकारी खुद मौके पर मौजूद है। साथ में पुलिस बल को भी लिया गया है। खासकर जमीन से जुड़े दस्तावेजों को खंगाला जा रहा है और इसकी जांच की जा रही है।
संघवी जमानत पर तो मद्दा जेल में
भूमाफिया अभियान के तहत सुरेंद्र संघवी के साथ प्रतीक संघवी, दीपक मद्दा पर अलग-अलग FIR हुई थी। कई कंपनियों में संघवी परिवार और मद्दा व उनके परिवार के सदस्य डायरेक्टर बने हुए हैं और आपसी कारोबारी संबंध है। इन्होंने सोसायटी की जमीन कौड़ियों के भाव खरीदी थी। संघवी इस मामले में कई दिनों तक भगोड़ा रहा और फिर हाई कोर्ट से जमानत हुई। उधर दीपक मद्दा पर 8 FIR हो चुकी है और एक बार रासुका भी लग चुकी है। अभी कल्पतरू जमीन घोटाले में वह जेल में ही है।
करोड़ों के लेन-देन की लिंक तलाश रही ईडी
ईडी इस मामले में जमीन घोटाले से कमाए गए करोड़ों रुपए की लिंक ट्रेस कर रही है, कि किसने कहां से रुपए लिए और किसे दिए। इस लिंक के लिए ही दस्तावेजों की तलाश की जा रही है और सारे एकाउंट जांचे जाएंगे।
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