- Home
- /
- राज्य
- /
- मध्य प्रदेश
- /
- इस्पात-उर्वरक, शीश...
इस्पात-उर्वरक, शीश निर्माण में उपयोगी डोलोमाइट की खदान होगी शुरू

भोपाल न्यूज़: जिले में खनिज से रोजगार व आय बढ़ाने का एक और साधन मिलने वाला है. जिले के बड़ामलहरा क्षेत्र के टहनगा में डोलोमाइट की खदान शुरू की जाएगी. इस्पात-उर्वरक, शीशा और मिश्र धातुओं के निर्माण में काम आने वाले डोलोमाइट की पहली खदान चिह्नित कर ली गई है. इसकी नीलामी के लिए प्रस्ताव शासन को भेजा गया है. बता दें, डोलोमाइट की खदान की नीलामी से खनिज विभाग को करोड़ों का राजस्व मिलेगा. खनिज अधिकारी अमित मिश्रा और एक्सपर्ट्स की टीम ने खदान के लिए चिह्नित जगह का निरीक्षण किया है. टहनगा में 3.400 हेक्टेयर क्षेत्र डोलोमाइट की खदान के लिए सुरक्षित किया गया है. जल्द ही इस ब्लॉक की नीलामी की संभावना जताई जा रही है.
67 हेक्टेयर भूमि में खनन
जीएसआइ ने मड़देवरा ब्लॉक में 57 लाख मीट्रिक टन रॉक फास्फेट के भंडार का आकलन किया है. 122 हेक्टेयर में 67 हेक्टयेर जमीन रॉक फास्फेट के खनन और 37 हेक्टेयर जमीन नॉन मिनरलाइज्ड होगी. 67 हेक्टेयर क्षेत्र में से 15 से 20 हेक्टेयर में रॉक फॉस्फेट की मात्रा अधिक है.
रॉक फास्फेट की खदान हो चुकी है शुरू
पिछले साल छतरपुर जिले में रॉक फास्फेट के खनन का रास्ता साफ हुआ था. केंद्रीय खनिज मंत्रालय के एटॉमिक मिनरल डिवीजन की रोक हटने के बाद नीलामी की गई. ये खदान जबलपुर की फर्म को 742 करोड़ रुपए में 50 साल की लीज पर दी गई है. इसमें से 1.39 करोड़ रुपए छतरपुर डिस्ट्रिक्ट मिनरल्स फंड को मिलना है. रॉक फास्फेट का उपयेाग डीएपी बनाने में किया जाएगा.
चहनगा में डोलोमाइट की नीलामी के लिए प्रस्ताव भेजा गया है. 15 हेक्टेयर की एक अन्य खदान का प्रस्ताव भी तैयार किया जा रहा है, जिसे जल्द ही शासन के पास भेजा जाएगा.
अमित मिश्रा, खनिज अधिकारी, छतरपुर