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ग्वालियर के कल्याण मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने पिछले साल लंग्स इंफेक्शन के एक मरीज को किया कोरोना से संक्रमित, अब हुआ खुलासा
Ritisha Jaiswal
30 July 2022 11:00 AM GMT

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ग्वालियर के कल्याण मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने पिछले साल लंग्स इंफेक्शन के एक मरीज को कोरोना से संक्रमित कर दिया.
ग्वालियर के कल्याण मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने पिछले साल लंग्स इंफेक्शन के एक मरीज को कोरोना से संक्रमित कर दिया. उसके भर्ती होने के अगले ही महीने मरीज की मौत हो गई. मरीज के पिता अस्पताल के विरुद्ध कार्रवाई के लिए कई जगह गए, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. सीएमएचओ ने शिकायत सही पाए जाने के बावजूद अस्पताल के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की. अब जाकर उनकी शिकायत पर पड़ाव थाना पुलिस ने कल्याण मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल के 4 डॉक्टरों के खिलाफ चार सौ बीसी और कूट रचित दस्तावेज बनाने का केस दर्ज कर लिया है
पुलिस ने बताया कि शकुंतलापुरी में रहने वाले डॉ. अशोक शर्मा की शिकायत पर अस्पताल के डॉ. खुशाली कोटेचा, डॉ. राघवेंद्र शर्मा, डॉ. आदित्य तिवारी और डॉ. अरुण तिवारी के खिलाफ धारा 420, 467, 468, 471, 34 के तहत केस दर्ज किया गया है. गौरतलब है कि डॉ. अशोक शर्मा के बेटे सचिन शर्मा को साल 2021 की 24 अप्रैल को फेफड़े में इन्फेक्शन हो गया था. वह बेटे को लेकर कल्याण मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल आ गए और डॉक्टरों के कहने पर उन्हें भर्ती कर लिया. यहां चौंकाने वाली बात ये है कि डॉक्टरों ने सचिन को आरटी पीसीआर और रैपिड एंटीजन टेस्ट की जांच कराए बिना कोविड वार्ड में भर्ती कर दिया था. इसके चलते सचिन को कोरोना संक्रमण हो गया और उनकी हालत गंभीर हो गई. साल 2021 की 9 मई को सचिन ने दम तोड़ दिया.
पिता ने सीएमएचओ से की शिकायत
इधर, सचिन की मौत के बाद पिता डॉ. अशोक शर्मा ने कल्याण हॉस्पिटल से सचिन की ट्रीटमेंट फाइल की प्रमाणित प्रति प्राप्त की थी. उन्हें इलाज की शीट में लापरवाही बरतने के संकेत मिले. उन्होंने देखा कि डॉक्टरों ने लापरवाही की. इसके बात डॉ. शर्मा ने ग्वालियर सीएमएचओ सेइस मामले की शिकायत की. उन्होंने मांग की कि कल्याण अस्पताल का पंजीयन निरस्त कर दिया जाए. उनकी शिकायत पर सीएमएचओ ने कमेटी बनाई और मामले की जांच बैठा दी. जांच में ये पाया गया कि अस्पताल प्रबंधन ने सचिन की ट्रीटमेंट फाइल में नए ट्रीटमेंट नोट्स लिखे थे. जो, प्रमाणित प्रतिलिपि मैं दर्ज नहीं थे.
जांच कमेटी को मिली अनियमितता
जांच कमेटी ने पाया कि सचिन शर्मा का इलाज करने वाले कल्याण मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल के डॉक्टरों को इस बात की स्पष्ट रिपोर्ट नहीं थी कि उसे कोरोना है भी या नहीं. डॉक्टरों ने इसकी विश्वसनीय जांच भी नहीं की. आरोपियों ने रोगी को कोरोना संक्रमण नहीं होने पर भी कोविड सेंटर में संक्रमित रोगियों के साथ भर्ती कर दिया. दूसरी ओर, इसकी जांच स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्रीय संचालक ने भी की. उन्होंने भी रोगी के उपचार में अनियमितताएं एवं दस्तावेजों में छेड़छाड़ होना पाया था.
सीएमएचओ ने नहीं की अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई
लेकिन, इसके बावजूद सीएमएचओ डॉ. मनीष शर्मा ने अस्पताल के विरुद्ध कार्रवाई न करते हुए सिर्फ चेतावनी दी. अब सीएसपी विजय भदोरिया ने डॉ. अशोक शर्मा की शिकायत की जांच की और अस्पताल प्रबंधन के डॉ. राघवेंद्र शर्मा, डॉ. खुशाली कोटेचा, डॉ. अरुण तिवारी एवं डॉ आदित्य तिवारी के विरुद्ध दस्तावेजों में हेरफेर कर धोखाधड़ी करने के संबंध में एफआईआर करने की अनुशंसा की है.
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Ritisha Jaiswal
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