मध्य प्रदेश

मोदीजी की नसिया में आचार्य विहर्ष सागर के प्रवचन

Admin Delhi 1
2 Sep 2023 9:30 AM GMT
मोदीजी की नसिया में आचार्य विहर्ष सागर के प्रवचन
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‘जो भागेगा वो ही मंजिल पाएगा’

इंदौर: किसी भी कार्य रूप में ढलने की योग्यता को उपादान कहते हैं. जीव के अंदर हर तरह की योग्यता है. हम भगवान को फिजूल ही परेशान करते हैं क्योंकि हमें ढलने की आदत नहीं है. हम दूसरे को अपने अनुसार ढालने की कोशिश करते हैं. उक्त विचार आचार्य विहर्ष सागर ने बड़ा गणपति स्थित मोदी की नसिया में व्यक्त किए. उन्होंने कहा कि हम गृहस्थ क्वांटिटी के हिस्से हैं, और गुणीजन क्वालिटी के. जो व्यक्ति भागेगा, वह मंजिल पाएगा. जो चढेगा, वह शिखर पर पहुंचेगा. हमें किसी पायदान पर पहुंचने के लिए कड़ी मेहनत करना पड़ेगी. क्वालिटी की पूछ परख होती है, क्वांटिटी की नहीं. सतीश जैन ने बताया कि मंगलाचरण दीपिका द्वारा किया गया. आचार्य के चित्र का अनावरण व दीप प्रज्वलन प्रकाश बड़जात्या, मन्नू भैया ने किया. आठ द्रव्यों से पूजा मुनि विश्व हर्ष सागर ने करवाई.

‘बिना आडंबर सच्चा पर्व मनाओ’

असहाय, निर्बल, कमजोर चाहे भाई-बहन, माता-पिता, पड़ोसी हो, उसकी सुरक्षा के लिए नि:स्वार्थ भाव से सेवा सहयोग करना ही सच्चा रक्षाबंधन पर्व मनाना है. हम बहन को कमजोर मानकर दया भाव से राखी बंधवाते हैं. उसका आत्मबल मजबूत करना, स्वाभिमान जागृत करना यही हमारा लक्ष्य होना चाहिए.

उक्त विचार संत कमल मुनि कमलेश ने महावीर भवन में व्यक्त किए. धर्मसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि रक्षाबंधन पर्व को किसी सीमाओं में कैद करना कभी उचित नहीं होगा, यह भावनात्मक पर्व है. दो कच्चे धागे में भी अनंत गुणा शक्ति विधमान है. प्रकाश भटेवरा ने बताया कि रूचि संचेती ने 7, शेफाली ने 12 उपवास के प्रत्याख्यान लिए. मधुबाला शांतिलाल भंसाली के 15 उपवास की तपस्या पर संघ की ओर से बहुमान किया गया. सुविधि जवेरी ने बताया कि युवक संघ के संयोजन में रक्षाबंधन का पर्व रात 9 बजे मनाया जाएगा.

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