- Home
- /
- राज्य
- /
- मध्य प्रदेश
- /
- शिप्रा थाना क्षेत्र...
शिप्रा थाना क्षेत्र में मासूम की संदिग्ध मौत में खुलासा
इंदौर न्यूज़: शिप्रा थाना क्षेत्र में मासूम की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत में पुलिस ने परनाना को गिरफ्तार किया है. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद पुलिस लगातार नाना पक्ष से पूछताछ कर रही थी. अंत में संदेह की सुई परनाना पर अटकी. मनोवैज्ञानिक पूछताछ में परनाना ने हत्या के कारणों का खुलासा कर दिया. ग्रामीण एसपी हितिका वासल के मुताबिक श्रेयांश (4) पिता सुमित चौधरी निवासी कदवाली बुजुर्ग की हत्या में परनाना शोभाराम चौधरी (80) को गिरफ्तार किया है. अप्रेल में मासूम की मौत के मामले में शिप्रा पुलिस ने पोस्टमॉर्टम कराया था. बच्चे की मौत स्मोदरिंग से होना पता चली, लेकिन डॉक्टर साफ नहीं कर पाए कि ये हत्या है या दुर्घटना. न कोई तकनीकी साक्ष्य थे और न फुटेज. गुत्थी सुलझाने के लिए एसडीओपी पंकज दीक्षित टीम के साथ एक माह तक मासूम के नाना पक्ष से पूछताछ करते रहे. पता चला कि बच्चे की मां नीतू की दो साल से पति से बन नहीं रही थी. इस वजह से वह बच्चे के साथ मायके आकर रहने लगी.
मां-बेेटे को बोझ समझने लगे: मायका पक्ष नीतू और उसके बेटे को लेकर सोचने लगा कि यह हम पर बोझ बन गए हैं. आरोपी शोभाराम इन बातों से चिंतित होने लगे. वह सोचने लगे कि श्रेयांश को रास्ते से हटा दें तो नीतू की शादी दूसरी जगह कर सकते हैं. घटना दिनांक की रात 10.30 बजे रोज की तरह नीतू अपने बच्चे को परनाना के पास सोने के लिए छोड़ गई. डेढ़ घंटे बाद आरोपी वॉशारूम के लिए उठे और चादर से मासूम का मुंह दबा दिया.
पोती उसके बेटे की वजह से पढ़ नहीं पा रही
एसपी ने बताया कि आरोपी शोभाराम को यह भी लगता था की पोती नीतू उसके बेटे की वजह से ठीक से पढ़ नहीं पा रही. वह पीएससी परीक्षा की तैयारी करने चली जाती. इसके बाद उन्हें श्रेयांश को नाश्ता खिलाना और वॉशरूम ले जाना पड़ता था. संदेह के चलते परनाना से पूछताछ की. पहले तो वे छिपाते रहे, लेकिन वारदात कबूल ली.