मध्य प्रदेश

6 माह बाद रिपेयर हो रहे जर्जर पड़े सोलर पैनल, 22 अगस्त को हुई बारिश में टूट गए थे पैनल

Admin Delhi 1
23 March 2023 11:32 AM GMT
6 माह बाद रिपेयर हो रहे जर्जर पड़े सोलर पैनल, 22 अगस्त को हुई बारिश में टूट गए थे पैनल
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भोपाल न्यूज़: प्रशासन की बड़ा तालाब पर वीआईपी रोड किनारे लगे करीब 3 करोड़ की लागत से 15 सौ से अधिक सोलर पैनल करीब चार सालों में एक साल भी नहीं चले. एक साल तो उनका स्थान परिवर्तित होने के कारण दिक्कतें हुए. फिर दो बार बारिश में तालाब के फुल टैंक लेवल पर आने के कारण यह बर्बाद हो गई थी. जिसके स्मार्ट सिटी के तहत लगने वाले इस योजना का लाभ ठेका कंपनी ऊ र्जा विकास को मिला ही नहीं. हाल यह रहा है कि 22 अगस्त की बारिश में इनके बर्बाद होने के बाद जिम्मेदारों ने इसके सुधार को लेकर हिम्मत ही हार दी. छह माह गुजर चुके है, इन्हे जर्जर पड़े हुई. बताया जा रहा है कि इस साल इसके मेंटेनेंस व संचालन का ठेका खत्म हो जाएगा. उसके बाद स्मार्ट सिटी को इसका संचालन करना होगा, जो आसान नजर नहीं आ रहा है. जिम्मेदारों का मानना है कि तालाब के फुटटैंक होने पर इसके खतरनाक पाइंटों को ऊंचा करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है. पड़ताल में सामने आया कि जिम्मेदारों से इसका मेंटेनेंस शुरू कर दिया है. हाइट की दिक्कत अब भी बरकरार है. बताया जा रहा है कि कुछ माह बाद ठेका एंजेसी इसकी जिम्मेदार स्मार्ट सिटी कॉरपोरेशन को सौंप देगी.

उल्लेखनीय है कि बड़ा तालाब के फुल टैंक लेबल पर होने पर सबसे अधिक खतरा जलकुंभियां हैं, वह सोलर पैनल में उलझती हैं.

22 अगस्त की शाम तो बारिश के साथ चली आंधी में फिर अधिकांश सोलर पैलन टूट गए. गौरतलब है कि दो साल पहले भी लॉक डाउन के दौरान तालाब के फुल टैंक लेवल होने पर चली आंधी से अधिकांश पैनल टूट गए थे. जिससे सीख लेकर स्मार्ट सिटी ने पैनलों की हाइट तालाब के फुट टैंक लेवल को ध्यान में रखते हुए कुछ जगह पर थोड़ी ऊंची कर दी थी, लेकिन की गई व्यवस्था फिर नाकाम साबित हुई.

नहीं हो रहा मेंटेनेंस: ढाई करोड़ के इस प्रोजेक्ट में 15 सौ से अधिक सोलर पैनल प्लेट को बड़े तालाब की वॉल पर लगाया गया. जिससे हर दिन 5000 यूनिट बिजली के उत्पादन की बात कही गई, लेकिन मेंटेनेंस के अभाव में यह प्रयोग भी अब दम तोड़ता हुआ नजर आ रहा है. सोलर पैनल प्लेट का मेंटेनेंस नहीं हो रहा है. इसके चलते प्लेट्स पर ही कई जगह पेड़- पौधे उगे हुए साफतौर पर नजर आते हैं.

अभी कुछ माह और मेेंटेनेंस ऊर्जा विभाग के अधीन है, वहीं इसे रिपेयर कर रहे हैं. उसके बाद इसका संचालन स्मार्ट सिटी कॉरपोरेशन करेंगा.

आशीष श्रीवास्तव, ईई, स्मार्ट सिटी कॉरपोरेशन

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