मध्य प्रदेश

पटवारी भर्ती परीक्षा की उच्च स्तरीय जांच की मांग को लेकर प्रदर्शन

Rani Sahu
19 July 2023 4:34 PM GMT
पटवारी भर्ती परीक्षा की उच्च स्तरीय जांच की मांग को लेकर प्रदर्शन
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खरगोन (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन मंडल द्वारा पटवारी भर्ती में हुई गड़बड़ी को लेकर पूर्व कृषि मंत्री सचिन यादव की अगुवाई में खरगोन जिले के कसरावद में विरोध प्रदर्शन करते हुए भाजपा सरकार द्वारा बेरोजगार युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ और घपले करने का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन कर अनुविभागीय अधिकारी कसरावद अग्रिम कुमार को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा गया।
विधायक यादव ने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार ने युवाओं का भविष्य चौपट किया है। भाजपा के राज में बेरोजगार युवा अपने आपको ठगा महसूस कर रहे हैं। सरकार कर्मचारी चयन मंडल के जरिए होनहार युवाओं के साथ धोखाधड़ी कर रही है।
ग्वालियर के एक बंद पडे़ कॉलेज को परीक्षा केन्द्र बनाकर षड्यंत्रपूर्वक उसी कॉलेज में परीक्षा देने वाले सात छात्रों का टॉपर सूची में आना, अपने आप में संदेह पैदा करता है। जहां छात्र प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए वर्षों तक मेहनत करते हैं। वहीं, प्रदेश की भाजपा सरकार के नाक के नीचे चयन परीक्षाओं में घोटालों को अंजाम दिया जा रहा है और चहेतों का अवैधानिक रूप से चयन किया जा रहा है, जो मेहनतकश और प्रतिभावान विद्यार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है।
ब्लॉक कांग्रेस कमेटी ने मप्र. कर्मचारी चयन मंडल के पटवारी परीक्षा घोटाले की उच्च स्तरीय जांच की मांग करते हुए ज्ञापन में लिखा है कि पटवारी भर्ती परीक्षा के टॉप 10 की लिस्ट में से सात परीक्षार्थी कथित तौर पर एनआरआई कॉलेज, ग्वालियर के हैं। यह केन्द्र भिण्ड के भाजपा के एक विधायक का है।
इस सेंटर से 114 लोगों का चयन हुआ है। विधायक के सेंटर से सात टॉपर होने पर उम्मीदवारों ने परीक्षा रद्द करने की मांग की। टॉपर उम्मीदवारों के रोल नंबर की सीरीज भी एक जैसी है। इन सात में से पांच उम्मीदवारों के हस्ताक्षर हिंदी में हैं। हस्ताक्षर में भी सिर्फ नाम लिखा गया है जो परीक्षा में एक बड़े घोटाले को इंगित करता है ।
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