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हर व्यक्ति पर ₹52000 का कर्ज, पटवारी की ओर गुस्सा होकर दौड़े मंत्री
भोपाल न्यूज़: विधानसभा का शीतकालीन सत्र तीसरे दिन आधी रात के बाद तक चला. अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाए. कहा- ये भ्रष्ट सरकार है. 268 मामलों में लोकायुक्त को अभियोजन की मंजूरी नहीं दी. 63 मामले खारिज कर दिए. इसे भ्रष्टाचार का गोल्ड मेडल मिला है. प्रदेश पर 3.98 लाख करोड़ का कर्ज है. 2003 में 24 हजार करोड़ कर्ज था. हर व्यक्ति पर 52 हजार का कर्ज है. इस सरकार ने दस अरब रुपए इवेंट पर खर्च किए. 40 अरब रुपए विभागों के स्तर पर इवेंट पर खर्च किए गए. 240 अरब रुपए विदेशों में इवेंट पर खर्च किए गए हैं.
भाजपा दफ्तर में सरकारी पैसे से 40 करोड़ का खाना खिला दिया गया. 5 साल में 9 करोड़ का खाना खिलाया, तो 20 साल में कितना खिलाया होगा. इन आरोपों पर बवाल मचा. पटवारी ने कहा कि मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा का गृह विभाग देश में सबसे खराब काम कर रहा है. यह केंद्र की रिपोर्ट कहती है. बंदूक के लाइसेंस के 3-4 लाख रुपए लगते हैं, लेकिन मुझसे मंत्री ने नहीं लिए. तबादलों का ये आलम है कि दस बार जानकारी मांगी, लेकिन जवाब नहीं दिया गया.
आरोप सुनना सीखें: अध्यक्ष गौतम
राज्यमंत्री ओपीएस भदौरिया अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के बीच कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी की ओर गुस्सा होकर दौड़ पड़े. पटवारी के भाषणों ने नाराज होकर भदौरिया दौड़े, तो मंत्री विश्वास सारंग ने रोक लिया. इस पर कांग्रेस विधायकों ने हंगामा किया. नेता-प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने कहा, राज्यमंत्री खेद व्यक्त करें. मंत्री सारंग ने यह कहकर मामले का पटाक्षेप किया कि भदौरिया मुझसे मिलने आ रहे थे. मामले को लेकर भाजपा-कांग्रेस विधायकों में बहस हुई. जीतू बोले- यही तानाशाही साबित करना चाहता था. इनका व्यवहार बताता है कि किस प्रकार सरकार चला रहे हैं. भदौरिया को पटवारी ने कहा कि यदि मुझे मारकर, हत्या करके आपको सांत्वना मिलती है तो वो भी स्वीकार्य है. आप आओ. विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने मंत्री भदौरिया को नसीहत दी कि ये आचरण ठीक नहीं. आरोप सुनना सीखें.
अवैध उत्खनन पर सरकार की घेराबंदी
मंत्री भूपेंद्र सिंह बोले- कुंठाग्रस्त है अविश्वास
मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा, कांग्रेस का अविश्वास कुंठाग्रस्त है. न कोई तर्क है, न तथ्य. 18 वर्ष से भाजपा सरकार चल रही है. एक अवसर कांग्रेस को मिला था, लेकिन इनके आपसी षड्यंत्रों ने अवसर गंवा दिया. कांग्रेस सरकार ने इस तरह काम कि कोई लुटेरा आकर प्रदेश को लूट रहा हो. मप्र में भाजपा लगातार विकास कर रही है. जो हालत विपक्ष की गुजरात में हुई, वह मप्र आगामी चुनाव में होगी. यह विश्वास मैं आपको दिलाता हूं.
अवैध उत्खनन पर सदन में हंगामा हुआ. प्रश्नकाल में कांग्रेस विधायक प्रियव्रत सिंह ने कहा, तीन साल बाद भी दोषी पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है. 11 करोड़ का जुर्माना लगाया गया, लेकिन उसी पर मेहरबानी जताई जा रही है. आश्चर्य है कि उसे अन्य स्थान पर उत्खनन का ठेका दे दिया गया. वहां बखौफ अवैध उत्खनन हो रहा है. खनिज मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा, मामला कलेक्टर कोर्ट में है, इसलिए हम इस मामले पर कैसे चर्चा कर सकते हैं.
प्रियव्रत ने कहा, कलेक्टर लिखकर दे चुके हैं कि वे जांच करने में सक्षम नहीं, इसलिए उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए. विधायक का तर्क था कि रॉयल्टी चोरी करने और अवैध उत्खनन वाले राजनीतिक रसूख वाले लोग हैं. मंत्री के बार-बार एक ही जवाब देने पर कांग्रेस के अन्य सदस्यों ने आरोप लगाया कि सरकार दोषियों को बचाने में जुटी है.
आसंदी के निर्देश पर शांत हुआ मामला: नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने कहा, जब सरकार उच्च स्तर पर जांच क्यों नहीं कराती. स्पीकर गिरीश गौतम ने कहा कि उच्च स्तर पर जांच कराने में क्या हर्ज है. मंत्री ने कहा, आसंदी के निर्देश का पालन किया जाएगा. हंगामा देख मंत्री ने लीज की जांच कराने का आश्वासन दिया.