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कमर्शियल वाहनों के फिटनेस अपडेट में रोड़ा बना डाटा ट्रांसफर
इंदौर न्यूज़: नायता मुंडला आरटीओ कार्यालय में 15 दिन से फिटनेस-परमिट के नवीनीकरण और नए आवेदन के काम ठप पड़े हैं. इसके साथ ही नए कमर्शियल वाहनों के रजिस्ट्रेशन भी नहीं हो पा रहे हैं. विभाग ने दोपहिया-चार पहिया वाहनों की तरह कमर्शियल वाहनों के रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया भी स्मार्ट चिप से हटाकर ‘वाहन’ पोर्टल से की है. इस वजह से ऐसी स्थिति बन रही है, लेकिन परिवहन विभाग लेटलतीफी कर रहा है.
ड्राइविंग लाइसेंस और वाहनों के रजिस्ट्रेशन समेत सभी प्रक्रिया केंद्रीयकृत करने का परिवहन विभाग का सिलसिला जारी है. 1 अगस्त से दो-चार पहिया वाहनों के रजिस्ट्रेशन के अधिकार डीलर को देने के बाद अब कमर्शियल वाहनों के रजिस्ट्रेशन भी डीलर केंद्र सरकार के वाहन पोर्टल से करेंगे. 27 फरवरी से स्मार्ट चिप पर कमर्शियल वाहनों के रजिस्ट्रेशन और फिटनेस-परमिट के आवेदन की प्रक्रिया बंद कर दी है. तीनों की प्रक्रिया पोर्टल पर होगी. रजिस्ट्रेशन डीलर करेंगे तो फिटनेस-परमिट के आवेदन खुद वाहन मालिक कर सकेंगे.
नई व्यवस्था शुरू करने में 5 दिन का टारगेट रखा गया था. इस बीच स्मार्ट चिप के पोर्टल से कमर्शियल वाहनों का डेटा वाहन पोर्टल पर शिफ्ट किया जाना था. ऐसे वाहनों की संख्या करीब 2 लाख है. डाटा ट्रांसफर करने का काम पूरा नहीं हो सका है. ऐसे में नए कमर्शियल वाहनों के रजिस्ट्रेशन नहीं हो रहे हैं. फिटनेस-परमिट की अवधि खत्म होने पर या तो वाहन खड़े हैं या फिर अवैध रूप से चलाए जा रहे हैं. हर दिन फिटनेस-परमिट के 150 से 200 आवेदन आते हैं.
कमर्शियल वाहनों का डाटा ट्रांसफर करने का काम पूरा नहीं हो सका है. जल्द ही वाहन पोर्टल से कमर्शियल वाहनों के रजिस्ट्रेशन शुरू हो जाएंगे. जिन वाहनों के फिटनेस-परमिट समाप्त हो गए हैं वे कार्यालय आ जाएं, ऑफलाइन बनाकर दिए जाएंगे. - प्रदीप शर्मा, आरटीओ