मध्य प्रदेश

ऑनलाइन खरीदी में हो रहा साइबर फ्रॉड, ऐसे बचें साइबर फ्रॉड

Manish Sahu
19 Aug 2023 4:11 PM GMT
ऑनलाइन खरीदी में हो रहा साइबर फ्रॉड, ऐसे बचें साइबर फ्रॉड
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मध्यप्रदेश: कोरोना काल के बाद ऑनलाइन खरीदी का चलन बढ़ा है, मगर इसके साथ ही एकाएक ऑनलाइन ठगी के मामलों में भी तेजी आई है. ऑनलाइन शॉपिंग में जरा सी चूक से लोग साइबर अपराधियों के शिकार होकर अपना बैंक खाता खाली करवा ले रहे हैं.
बीते तीन वर्षों में ऑनलाइन ठगी की करीब 40 हजार शिकायतें इंदौर पुलिस के पास पहुंची है. यह आंकड़ा हर रोज बढ़ता जा रहा है. बढ़ती ऑनलाइन ठगी को देखकर लोग सतर्क हुए तो हाइटेक जालसाजों ने भी ठगी के पुराने तरीके बदलते हुए नए-नए तरीकों से लोगों को अपना शिकार बनान शुरू कर दिया है. ऑनलाइन ठगी को लेकर पुलिस का कहना है कि अलर्ट रहकर ही वारदात से बचा जा सकता है.
फर्जी एडवाइजरी कंपनी बना कर, नौकरी दिलाने के नाम पर, शादी के नाम पर, बिजली कनेक्शन काटने की धमकी, केवायसी अपडेट करने, मनचाहा लोन कम ब्याज पर देने के बहाने आदि से ऑनलाइन ठगी के सैकड़ों मामले दर्ज हो चुके हैं. क्राइम ब्रांच और स्टेट सायबर सेल सायबर क्राइम से बचने के लिए समय-समय पर एडवाइजरी जारी करती है, लेकिन उसके बाद भी लोग लालच में फंसकर ऑनलाइन ठगी के शिकार हो जाते हैं. यदि ठगी का शिकार हो जाएं तो क्राइम ब्रांच के द्वारा ऑनलाइन ठगी व साइबर फ्रॉड की रोकथाम में सहायता को लिए साइबर हेल्पलाइन चलाई जा रही है. इस पर फोन कर भी फ्रॉड संबंधी शिकायत करवाई जा सकती है.
यदि साइबर क्राइम की सूचना जल्दी मिल जाती है तो ठगी किए गए पैसे भी वापस दिलवाए जा सकते हैं. ठगी की सूचना तुरंत अपने नजदीकी थाना पर दे या क्राइम ब्रांच द्वारा संचालित साइबर हेल्पलाइन नंबर 70491-24445 पर सूचित करें.
स्टेट साइबर सेल एसपी जितेंद्र सिंह कहते हैं कि अब अपराधी भी हाइटेक हो चुके हैं. हमारी जरा सी चूक के कारण उन्हें वारदात करने का मौका मिल जाता है. इंटरनेट का उपयोग करने वालों को यदि इस तरह की वारदात से बचना है तो उनके लिए सबसे बड़ा हथियार सतर्कता ही है. यदि आप वर्चुअल वर्ल्ड का उपयोग करते समय अलर्ट रहेंगे तो कभी भी नुकसान नहीं उठाना पड़ेगा.
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