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मध्य प्रदेश
राजधानी में रिश्वत लेते निगम अधिकारी गिरफ्तार, लोकायुक्त की टीम ने की कार्रवाई
Shantanu Roy
11 Feb 2022 11:43 AM GMT
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बड़ी खबर
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। भोपाल। राजधानी में रिश्वत लेते नगर निगम के अधिकारी को लोकायुक्त ने रंगे हाथों पकड़ा है, लोकायुक्त टीम ने नगर निगम जोन-4 के सफाई अधिकारी को 10 हजार रुपए घूस लेते हुए दबोचा। वह नगर निगम के सहायक स्वास्थ्य अधिकारी के आदेश पर पॉलीथिन व्यापारी से रिश्वत लेने पहुंचा था।
पुलिस ने सहायक स्वास्थ्य अधिकारी को भी आरोपी बनाया है। जांच एजेंसी ने आय से अधिक संपत्ति होने के संदेह में स्वास्थ्य अधिकारी के घर पर भी रेड मारी। हालांकि, रेड की भनक लगते ही उसने दस्तावेज, संपत्ति छिपा दी। इस अधिकारी के खिलाफ रिश्वत लेने की शिकायते लंबे समय से मिल रही थी।
लोकायुक्त एसपी मनु व्यास के अनुसार शिकायतकर्ता लालघाटी निवासी पंकज खूबचंदानी की सिंधी कालोनी में पॉलीथिन का व्यापार है। नगर निगम जोन-5 के सहायक स्वास्थ्य अधिकारी अजय श्रवण पटेल खूबचंदानी को कार्रवाई का डर दिखाकर 10 हजार रुपए रिश्वत की मांग की। परेशान व्यापारी ने इसकी शिकायत लोकायुक्त से कर दी।
लोकायुक्त को व्यापारी से मिले सबूतों की जांच में शिकायत सही पाते ही टीम बनाकर कार्रवाई की तैयारी की गई, जिसके बाद गुरुवार रात करीब 9 बजे अजय ने व्यापारी से रिश्वत लेने के लिए सफाई प्रभारी सतीश टांक को भेजा। सतीश ने व्यापारी को 10 हजार रुपए घूंस लेकर भोपाल रेलवे स्टेशन के पास बुलाया।
व्यापारी ने जैसे ही सतीश को 10 हजार रुपए दिए। तभी जाल बिछाए बैठी लोकायुक्त की टीम ने उसे दबोच लिया। सतीश ने बताया कि रिश्वत अजय पटेल की है। इसके बाद टीम अजय के बी-65 सुखसागर कालोनी पहुंची। जहां, सर्चिंग की गई। हालांकि अजय तब तक फरार हो चुका था।
शिकायतकर्ता व्यापारी 5 हजार रुपए हर माह नगर निगम के अधिकारी को देने को तैयार था। 8 फरवरी को उसने सतीश को 5 हजार रुपए दिए भी, लेकिन अजय ने पैसा वापस लौटवा दिया। अजय का कहना था कि हर माह 10 हजार रुपए घूस देना होगा। घूस नहीं देने पर पॉलीथिन का व्यापार करना मुश्किल कर दूंगा।
इससे घबराए व्यापारी ने लोकायुक्त से शिकायत कर दी। बताया गया कि दोनों कर्मचारियों की अवैध वसूली की वजह से पुराने शहर के कई व्यापारी परेशान हैं लंबे समय से व्यापारी इन अधिकारियों को रिश्वत दे रहे थे, फिलहाल लोकायुक्त पुलिस पूरे मामले की पड़ताल कर रही है।
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