मध्य प्रदेश

सीएम शिवराज सिंह ने ली समीक्षा बैठक, नर्मदा की सहायक नदियों पर बनेंगे अमृत सरोवर

Deepa Sahu
24 April 2022 4:03 PM GMT
सीएम शिवराज सिंह ने ली समीक्षा बैठक, नर्मदा की सहायक नदियों पर बनेंगे अमृत सरोवर
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को अमरंकट में नर्मदा पुनर्जीवन कार्यक्रम की समीक्षा की।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को अमरंकट में नर्मदा पुनर्जीवन कार्यक्रम की समीक्षा की। बैठक में केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र सिंह और प्रहलाद पटेल उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि अमरकंटक में अब कोई नया निर्माण नहीं होगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि नर्मदा नदी मध्य प्रदेश की जीवन रेखा है। मध्य प्रदेश ही नहीं बल्कि गुजरात, महाराष्ट्र एवं राजस्थान भी अपनी समृद्धि के लए बहुत हद तक नर्मदा नदी पर निर्भर है। नर्मदा नदी हमारी आस्था एवं श्रद्धा का केंद्र है। लेकिन भौतिक रूप से अगर कोई मध्य प्रदेश को देखें तो सिंचाई का पानी, पीने का पानी, बिजली इत्यादि जो कुछ भी देती हैं हमें नर्मदा नदी ही देती है। नर्मदा जी हैं तो मध्य प्रदेश है। मुख्यमंत्री ने कहा कि नर्मदा सेवा मिशन बनाकर कई काम मध्य प्रदेश सरकार ने नर्मदा जी की धारा झल झल कल कल बहती रहे, निरंतर प्रवाह मान रहे तथा हमें जीवन देती रहे, इसके लिए किए हैं तथा आगे भी कई काम किए जाएंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस प्रकार भारत देश में गंगा जी का नाम है, उसी प्रकार पूरे मध्य प्रदेश में नर्मदा जी का नाम है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अमरकंटक कोई साधारण जगह नहीं है, अमरकंटक कई ऋषि-मुनियों तथा तपस्वियों की भूमि है। मुख्यमंत्री ने कहा कि नर्मदा नदी के संरक्षण एवं संवर्धन् के लिए नर्मदा सेवा यात्रा प्रारंभ की जाएगी। नर्मदा सेवा यात्रा के दौरान जो योजना बनाई थी, उस समय फलों की खेती, पौधरोपण का बड़े स्तर पर अभियान शुरू किया था। पौधरोपण अभियान में 16 विभागों को जोड़ा जाएगा तथा इसके क्रियान्वयन में समाज की अहम भमिका रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नर्मदा नदी को संरक्षित एवं संवर्धित करने के लिए रोडमैप तैयार किया जाएगा। 1 मई को नर्मदा सेवा अभियान से जुड़े लोग एकत्रित होकर जन जागरण अभियान का शुभारंभ करेंगे। तथा 5 जून को पर्यावरण दिवस है। पर्यावरण दिवस के दिन संकल्प लेगें कि किस किस स्थान पर कहां-कहां, कौन कौन से पौध लगाए जाएंगे तथा ऐसे पौधे लगाए जाएंगे जो यहां की इकोसिस्टम के अनुरूप हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आजादी के 75वें वर्ष में अमृत सरोवर बनाने का आह्वान किया है। इसके तहत नर्मदा नदी को दो चीजों की आवश्यकता है। एक वृक्ष जिसकी जड़ों से नर्मदा नदी का जल निकलता है। जो वृक्ष स्थानीय हो और यहां के इको फ्रेंडली सिस्टम से जुड़ा हुआ हो तथा दूसरा अलग-अलग जल संरचनाएं चाहिए। जो अमृत सरोवर के रूप में नर्मदा तट पर स्थित हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि नर्मदा नदी की 41 सहायक नदियों के तट पर भी अमृत सरोवर का निर्माण किया जाएगा। जिससे नर्मदा नदी और अधिक विस्तृत एवं विशाल हो सके। हर जगह से पानी नर्मदा नदी में आता रहे।
ख्यमंत्री ने कहा कि अमरकंटक में अब कोई भी नया निर्माण नहीं किया जाएगा। कोई नया आश्रम या संस्था नहीं बनेगी। अमरकंटक में पर्यटकों की सुविधा के लिए कोई स्थान चाहिए तो पर्वत के नीचे नया निर्माण कार्य कराया जाएगा। जैसे होटल, रेस्टारेंट। मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाली अमावस्या पर्व पर अमरकंट क्षेत्र में बड़े स्तर पर पौधरोपण अभियान चलाया जाएगा।


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