- Home
- /
- राज्य
- /
- मध्य प्रदेश
- /
- एमआर बनकर दो करोड़ की...
इंदौर। शेयर ट्रेडिंग का झांसा देकर करोड़ों रुपयों की धोखाधड़ी करने वाले एक आरोपित को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित की पुलिस को दो साल से तलाश थी। झांसा देने के लिए उसके स्वजन ने हीरानगर पुलिस थाने में गुमशुदगी भी दर्ज करवा दी थी। वह स्वजन से वाट्सएप कालिंग कर बात करता था। पुलिस ने दवाइयों के लिए संपर्क किया और गिरफ्तार कर लिया।
विजय नगर टीआइ रवींद्रसिंह गुर्जर के मुताबिक निरंजनपुर निवासी कविता गुर्जर, लोकेंद्र ठाकुर, नैन सिंह, संगीता राजपूत, ज्योति राजपूत, सीमा ठाकुर, प्रीति शर्मा व अन्य की शिकायत पर मनोज सक्सेना और उसके बेटे पल्लव के खिलाफ दो करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज किया था। मनोज एबी रोड स्थित आर्बिट माल में स्वास्तिक इन्वेस्टमेंट के नाम से शेयर ट्रेडिग कंपनी चलाता था।
आरोपित निवेश करने पर 20 से 25 प्रतिशत मुनाफा देने का झांसा देता था। आरोपित ने दो करोड़ रुपये बटोरे और आफिस बंद कर फरार हो गया। दवाइयां खरीदने के बहाने पुलिस ने पकड़ा - जब लोगों को ठगाए जाने का पता चला तो पीड़ित आरोपित मनोज सक्सेना के घर अभिनंदन नगर पहुंचे। पीड़ितों ने जब शिकायत की तो आरोपित के पिता ने कहा कि उन्होंने बेटे को घर से बेदखल कर रखा है। वह कहां रहता है, इसका पता भी नहीं है।
हमने तो उसकी हीरानगर पुलिस थाने में गुमशुदगी भी दर्ज करवा रखी है। टीआइ के मुताबिक जब साइबर सेल की मदद से जानकारी जुटाई तो पता चला कि मनोज गुना में रहने लगा है। वह एमआर का काम कर रहा है और माता-पिता से वाट्सएप काल के माध्यम से संपर्क में है। एएसआइ कोमल राम मालवीय और सुरेश मिश्रा टावर लोकेशन के आधार पर गुना पहुंच गए। दवाइयों के लिए एक डाक्टर से मीटिंग करवाने के बहाने शिवपुरी बुलाया और पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।