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चयन सूची में पुनरावृत्ति से नाराज अभ्यर्थियों ने किया प्रदर्शन
भोपाल न्यूज़ डेस्क: उच्च एवं माध्यमिक शिक्षक भर्ती की चयन सूची में नामों की पुनरावृत्ति से नाराज अभ्यर्थियों ने शिक्षा मंत्री के बंगले के सामने प्रदर्शन किया. अभ्यर्थियों ने नामों की पुनरावृत्ति पर रोक लगाकर अन्य शेष पात्र अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र देने की मांग की है.
प्रदर्शन में शामिल अभ्यर्थी भूपेंद्र कुमार, महेश कुमार, अमित, गुफरान खान ने बताया कि अच्छी रैंक होने के बावजूद उनका चयन नहीं हो सका है. इसका मुख्य कारण जनजाति कार्य विभाग में पहले से नियुक्त शिक्षकों के नाम ही लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा चयन सूची में शामिल किए जा रहे हैं. इनकी मांग है कि शिक्षक भर्ती 2018 अभी अधूरी है, उसको पद वृद्धि के साथ पहले पूर्ण हो उसके बाद ही आगामी पात्रता परीक्षा आयोजित की जाए. इधर, वर्ग-1 और 2 की द्वितीय चरण की भर्ती के लिए च्वाइस फिलिंग की प्रक्रिया जारी है, लेकिन भोपाल की सूची ओपन न होने के कारण अभ्यर्थी परेशान हैं. उनका आरोप है कि शिक्षा विभाग ने अपने चहेतों की नियुक्ति करने के उद्देश्य से सूची को अपलोड नहीं किया है. ताकि वह राजधानी के स्कूलों में अपने हिसाब से भर्ती कर सकें, वहीं इस संबंध में उच्च अधिकारियों से भी चर्चा करने की कोशिश की गई, लेकिन बात नहीं हो सकी.
अभ्यर्थियों के दस्तावेजों का हुआ सत्यापन: प्राथमिक शिक्षक भर्ती के लिए 97 अभ्यर्थियों के दस्तावेजों का सत्यापन किया. भर्ती प्रक्रिया 17 नवंबर से शुरू की गई थी, अतिथि शिक्षकों से 17 से 24 नवंबर के बीच में रजिस्ट्रेशन कराया गया. इसके बाद छह जनवरी तक दस्तावेज डाउनलोड कराए गए थे. प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती के लिए स्कूल शिक्षा विभाग के 7,429 व जनजातीय कार्य विभाग के 11,098 पदों पर संयुक्त भर्ती की जाएगी. अधिकारियों के मुताबिक प्रदेश में कुल 18 हजार 527 शिक्षकों की भर्ती की जाना है. इसमें फरवरी तक का समय लग सकता है.