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- टीआई को गोली मारने...
रीवा के सिविल लाइन थाने में हुये गोलीकांड के बाद एक ऑडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है, जिसमें SI बीआर सिंह ने गोली मारने की वजह का खुलासा किया है। ऑडियो में बीआर सिंह ने कहा कुछ हुआ होगा तभी तो हुआ है, उन्होंने कहा कि कभी मैंने अधर्म किया है, किसी चीज की अति हो जायेगी तो यही होगा। अब इस ऑडियो को लेकर तमाम सवाल खड़े हो रहे हैं।
वायरल ऑडियो में एसआई बीआर सिंह ने कहा कि "मैंने उसको गोली छुआई है, और बवंडर ऐसा मचा है जैसे मार गया हो। उसको अहसास कराया है कि तू अन्याय ना कर, अन्याय की लंबी कड़ी है यह बता नहीं सकता। धर्म के खिलाफ अधर्म किया जा रहा था, ये कोई अचानक नहीं हुआ है। उसको अहसास कराने के इरादे से ये गोली चलाई गई थी। अगर मैं उसको निशाना लगाकर गोली मारता तो वो बचता नहीं"
SI ने आरोप लगाया कि टीआई ने राजनीति करके मेरा स्थानांतरण पुलिस लाइन करा दिया। एसपी से भी मिला की ऐसा मैंने क्या कर दिया कि आपने मुझे पुलिस लाइन भेज दिया। उनके पास भी कोई जवाब नही था। बीआर सिंह आईजी, एसपी ऑफिस के कार्यालय और बंगले में लगे फर्नीचर की बात कर रहे थे और फोन कट गया। अब सवाल खड़े किए जा रहा है। कि इस पूरे मामले में कहीं आईजी और SP का कुछ कनेक्शन तो नहीं है। यह पूरा वायरल ऑडियो वारदात को अंजाम देने के बाद का है। जब बीआर सिह कमरे में बंद थे, उस दौरान वह फोन और वायरलेस से लगातार बातें कर रहे थे। बीआर सिंह नशे में थे और उनके पास दो लोडेड रिवाल्वर थी, इसी कारण पुलिस का कोई भी जवान या अधिकारी उन्हें पकड़ने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा था।
रीवा में थाने के अंदर हुई गोलीबारी को लेकर जो खबर सामने आ रही है, उसमें ट्रांसफर को लेकर विवाद हुआ है। सब इंस्पेक्टर बीआर सिंह नशे की हालत में हैं। ट्रांसफर को लेकर विवाद हुआ और बीआर सिंह ने सरकारी पिस्टल लोड की और टीआई के कमरे में दाखिल हो गए, इसके बाद गोली चला दी। फायरिंग की घटना के बाद से टीआई के चेंबर में बंद आरोपी एसआई को करीब छह घंटे बाद पुलिस ने कस्टडी में ले लिया है। पुलिस ने आरोपी पर हत्या की कोशिश का केस दर्ज किया है। वहीं एडीजी ने आरोपी को बर्खास्त कर दिया है।
बता दें, रीवा के सिविल लाइन थाने में एसआई बीआर सिंह ने गुरुवार को थाना प्रभारी हितेंद्र नाथ शर्मा को उनके चेंबर में घुसकर गोली मार दी। घटना में टीआई गंभीर रूप से घायल हुए थे, जिसके बाद उन्हें एक निजी अस्पताल में भर्ती किया गया था। भोपाल और जबलपुर से आई डॉक्टरों की टीम ने सर्जरी कर उनके कंधे में धंसी गोली को निकाला था। फिलहाल डॉक्टरों ने टीआई की हालत खतरे से बाहर बताई है।