मध्य प्रदेश

नाराज यूनियन मांगे नहीं माने जाने से करेंगी बैठक का विरोध

Admin Delhi 1
19 Dec 2022 7:06 AM GMT
नाराज यूनियन मांगे नहीं माने जाने से करेंगी बैठक का विरोध
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भोपाल न्यूज़: बीएचईएल कारखाने में को प्लांट कमेटी की बैठक रखी गई है. बता दें कि प्लांट कमेटी की बैठक में कारखाना और टाउनशिप से संबंधित सभी मुद्दों को रखा जाता है. जैसे कारखाने में उत्पादन, कारखाने का टर्नओवर, कार्मचारियों की सम्स्याएं आदि शामिल है. इस बैठक में भेल ईडी के साथ ही सभी विभागों के जीएम, एजीएम सहित अन्य अधिकारी शामिल होते हैं तो दूसरी ओर भेल की सभी प्रतिनिधि यूनियनों के प्रतिनिधि शामिल होते हैं. भेल प्रबंधन के अनुसार इस बैठक में शामिल होने के लिए सभी प्रतिनिधि यूनियनों को आमंत्रित किया गया है.

बीएमएस करेगी प्लांट कमेटी का बहिष्कार: 29 नवंबर की जेसीएम बैठक में प्रबंधन ने कर्मचारी विरोधी मानसिकता को उजागर किया है. सभी सेन्ट्रल लीडरों द्वारा की गई इन्सेंटिव, इन्सलरी तथा पीपी एसआईपी बोनस की मांग को प्रबंधन ने अनसुना करते हुए बैठक से उठकर चला गया, जो भेल कर्मचारियों का अपमान है. यह प्रबंधन की कर्मचारी विरोधी मानसिकता को दर्शाता है. बता दें कि भेल की जेसीएम कर्मचारियों की समस्याओं की सबसे बड़ी कमेटी होती है. इसमें चेयरमैन, सभी डायरेक्टर, सभी यूनिट इकाइयों के ईडी, सभी इकाइयों के जीएम एचआर व कार्पोरेट आइआर के साथ ही कर्मचारियों की ओर से सभी प्रतिनिधि यूनियन के सदस्य और उनके सेंटर लीडर शामिल होते हैं. इसमें कर्मचारियों की समस्याओं को सुलझाने के साथ कंपनी के विकास की बात की जाती है, परंतु प्रबंधन ने नकारात्मक रुख अपनाते हुए कमेटी में कर्मचारी विरोधी मानसिकता को उजागर किया. ऐसे में भेल प्रबंधन द्वारा को आयोजित की जाने वाली प्लांट कमेटी बैठक का जेसीएम में कर्मचारियों को इंसेंटिव और बोनस नहीं देने तथा सेंट्रल लीडरों की उपेक्षा के विरोध स्वरूप भेल भोपाल की नंबर वन यूनियन बीएमएस इसका बहिष्कार कर प्रबंधन को कर्मचारी विरोधी मानसिकता के खिलाफ कड़ा संदेश देने का फैसला कर किया है. इस संबंध में बीएमएस कार्यालय जुमड़े भवन में कार्यकर्ताओं की बैठक रखी गई, जिसमें सभी कार्यकर्ताओं ने प्रबंधन की मजदूर विरोधी मानसिकता के खिलाफ प्लांट कमेटी का बहिष्कार करने की बात कही.

एचएमएस, ऐबु, सीटू यूनियन भी विरोध में: भेल भोपाल के प्रतिनिधि यूनियनों के प्रतिनिधियों की माने तो अपने लंबित मुद्दे और मांगे पूरी नहीं होने से वे खफा हैं. इनका कहना है कि 29 नवंबर को दिल्ली कार्पोरेट कार्यालय में आयोजित जेसीएम में प्रबंधन का पद्वा यूनियनों के प्रतिनिधियों और सेंट्रल लीडरों की बातों को अनसुना करते हुए बैठक से उठकर चला गया, इससे यूनियनों के प्रतिनिधि और सेंट्रल लीडर खुद को अपमानित महसूस कर रहे हैं. इससे खफा इन यूनियनों के प्रतिनिधियों ने प्लॉट कमेटी बैठक का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है.

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