मध्य प्रदेश

टिकट नहीं मिलने से गुस्सा हुए नेता

Admin4
17 Jun 2022 2:00 PM GMT
टिकट नहीं मिलने से गुस्सा हुए नेता
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टिकट नहीं मिलने से गुस्सा हुए नेता

मध्यप्रदेश में हो रहे त्री-स्तरीय पंचायत चुनाव में भाजपा और कांग्रेस में बगावत के बिगुल बजने लगे हैं। नगर निगम और नगर पालिकओं में चुनाव के लिए जैसे-जैसे प्रत्याशियों के नामों की घोषणा हो रही है, वैसे-वैसे बिगुल की आवाज तेज होती जा रही है। रविवार तक दोनों ही पार्टियों के विद्रोही नेताओं की जंग के सड़क पर आने के आसार हैं।

इसका कारण भी है। भाजपा और कांग्रेस दोनों ने ही नगर निगम और नगर पालिकओं में पार्षद टिकट के लिए नियम बनाए हैं। भाजपा जहां 50 से कम उम्र के कार्यकर्ताओं को चुनाव लड़ाने की बात कह रही है, वहीं प्रदेश कांग्रेस ने अपने उम्मीदवारों के लिए वार्ड का ही निवासी होने की गाइडलाइन तय की है।

दोनों ही पार्टियों की इस नई गाइडलाइन से भाजपा और कांग्रेस के के पार्षद का चुनाव लड़ने का मंसूबा पाले नेताओं की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। पूरे प्रदेश की नगर निगम और नगर पालिकाओं में पार्षद के प्रत्याशी तय करने के लिए पार्टियों के जिला अध्यक्षों को फिर से मशक्कत करनी पड़ रही है। जहां प्रत्याशी घोषित कर दिए गए हैं, वहीं बगावत के सुर सुनाई देने लगे हैं।

इंदौर: भाजपा कांग्रेस के नेताओं ने ही बढ़ाई उलझन

पार्षद प्रत्याशी को लेकर भाजपा में भारी घमासान है। 2004 के बाद पहली बार राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय 8.5 घंटे कार्यालय में डटे रहे। कई वार्डों में नेताओं के बीच सहमति नहीं बन पाई। कांग्रेस में गुरुवार को प्रभारी विजयलक्ष्मी साधौ की मौजूदगी में नेताओं के बीच विवाद के चलते सूची रोकना पड़ी। 30 वार्डों में घमासान है। युवक कांग्रेसी 3 टिकट पर अड़े हैं। इसके लिए साधौ जिस होटल में रुकी थीं, उसके बाहर धरना तक दे दिया। साधौ ने कमलनाथ से शिकायत की है।

ग्वालियर: भाजपा में नहीं बनी सहमति, कांग्रेस में मंथन जारी

भाजपा में पार्षद प्रत्याशियों के नाम पर सहमति नहीं बन पा रही है। संभागीय समिति के सदस्यों के अनुसार 66 में से 40-42 वार्डों के नामों पर सहमति बनी है। इससे नाराज कार्यकर्ताओं की शिकायत के बाद नेतृत्व ने हस्तक्षेप कर सूची में बदलाव कराया। मुन्नालाल गोयल ने पूर्व विधानसभा क्षेत्र के कुछ वार्डों में तय नामों पर आपत्ति जताई थी। गोयल की अन्य सदस्यों से बहस भी हुई, लेकिन समिति ने अपने मन से टिकट फाइनल कर दिए। ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर को भी अपनी विधानसभा क्षेत्र के कुछ वार्डों के लिए अड़ना पड़ा। कांग्रेस की सूची पर भोपाल में मंथन चल रहा है। प्रदेश कांग्रेस कार्यालय के पदाधिकारी के अनुसार सूची अब शुक्रवार को जारी की जाएगी।

खंडवा में उठे विरोध के स्वर, विधायक ने अपने चहेतों को टिकट दिलाए

खंडवा नगर निगम में पार्षद पद के लिए लंबी-खींचतान के बाद आखिरकार गुरुवार देर रात भाजपा ने प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी। भाजपा विधायक देवेंद्र वर्मा अपने 20 करीबियों को टिकट दिलाने का आरोप लग रहे हैं। इससे दूसरा खेमा नाराज है। कांग्रेस अब तक टिकट तय नहीं कर पाई। गुटबाजी में उलझी कांग्रेस को कई वार्डों में अपने ही पार्टी के प्रत्याशियों से खतरा बना हुआ है। महापौर पद के लिए प्रत्याशी आशा विश्वकर्मा(मिश्रा) का नाम तय होने के बाद अरुण यादव गुट में निकाय चुनाव को लेकर हलचल बंद हो गई। इसके बाद महापौर पद प्रत्याशी के ससुर वीरेंद्र मिश्रा, पति अमित मिश्रा, नेता कुंदन मालवीय ने पार्टी के स्थानीय संगठन के तय कुछ पार्षद उम्मीदवारों के नामों में बदलाव किया। इससे पार्टी के भीतर अरुण गुट में नाराजगी बढ़ गई।

विदिशा में बगावत के डर से उलझी सूची, आज हो सकती है जारी

वार्डों में राजनीति सरगर्मी बढ़ गई है। कई प्रत्याशी‎ टिकट नहीं मिलने पर अपनी पार्टी और वार्ड बदलने की तैयारी कर रहे हैं।‎ गुरुवार को दिन भर चर्चा चलती रही कि वार्ड नंबर 24 से कांग्रेस के पूर्व‎ प्रत्याशी रहे धर्मेंद्र सक्सेना टिकट नहीं मिलने की

स्थिति में कांग्रेस‎ छोड़कर भाजपा ज्वाइन कर सकते हैं लेकिन किसी भी भाजपा नेता ने‎ इस बात की पुष्टि नहीं की। दोनों ही पार्टियां एक-दूसरे‎ की रणनीति का इंतजार कर रही हैं। हालांकि देर‎ रात तक भाजपा कोर कमेटी की बैठक भोपाल में‎ सांसद रमाकांत भार्गव के निवास पर चलती रही‎ लेकिन उसके बाद भी गुरुवार को देर रात तक‎ वार्ड प्रत्याशियों की अधिकृत सूची जारी नहीं की‎ गई। दोनों ही पार्टियों को बगावत का डर सता रहा है।

देवास में भाजपा का कलह सड़क पर आया

भाजपा ने बुधवार रात जैसे ही करनावद नगर पालिका के लिए अपने अधिकृत पार्षद प्रत्याशियों की सूची जारी की वैसे ही सालों से पार्टी के लिए काम कर रहे कई पदाधिकारी व कार्यकर्ता अपनी उपेक्षा से नाराज होकर विरोध करने लगे। इतना ही नहीं गुरुवार को देवास पहुंच कर भाजपा जिला कार्यालय पर जिलाध्यक्ष को इस्तीफा सौंप दिया। देवास के 45 वार्ड के पार्षद प्रत्याशियों की भाजपा ने सूची जारी कर दी है। जिनके नाम कटे वह निर्दलीय चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। पार्टी कार्यकर्ताओं ने गुरुवार रात भाजपा जिला अध्यक्ष का पुतला भी जलाया।

छतरपुर में भाजपा पार्षद प्रत्याशी की घोषणा‎ के बाद सूची रद्द‎

छतरपुर‎ नगर पालिका छतरपुर के 40 वार्ड‎ की सूची भाजपा ने गुरुवार रात को‎ जारी किया। घोषित सूची में भाजपा‎ चयन समिति बुधवार को जो नाम‎ फाइनल किए थे उन्हें बदल दिया‎ गया। चयन समिति की बैठक में‎ केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र खटीक,‎ जिले के सभी विधायक और पूर्व‎ जिलाध्यक्ष शामिल थे। बैठक में‎ तय किए नामों में से 16 नाम बदल‎ दिए गए। इस कारण से विरोध शुरू‎ हो गया है। विरोध के कारण सूची‎ को निरस्त कर दिया गया है। भाजपा‎ जिलाध्यक्ष मलखान सिंह के द्वारा‎ सूची में टिकट कटने से नाराज पूर्व‎ पार्षद सुरेंद्र साहू, लाले शिवहरे,‎ अभिषेक पाठक, नीरज भार्गव‎ सहित एक दर्जन नेताओं ने‎ निर्दलीय मैदान में उतरने का ऐलान‎ किया है। कुछ नेता प्रदेश अपील‎ समिति के सामने भी अपील करेंगे।‎ पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष पुष्पेंद्र प्रताप‎ सिंह का कहना है कि चयन समिति‎ के फैसले को गुपचुप तरीके से‎ बदले जाने की उन्होंने प्रदेशाध्यक्ष‎ वीडी शर्मा सहित सभी वरिष्ठ‎ नेताओं को जानकारी दी है।‎

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