मध्य प्रदेश

सीएम फेस बदलने की अटकलों के बीच शिवराज सिंह चौहान का भावुक करने वाला वीडियो वायरल

Gulabi Jagat
2 Oct 2023 11:48 AM GMT
सीएम फेस बदलने की अटकलों के बीच शिवराज सिंह चौहान का भावुक करने वाला वीडियो वायरल
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सीहोर: वर्तमान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को चुनाव से पहले फिर साइडलाइन करने की कोशिश जोरों पर है। केंद्रीय नेतृत्व में विधानसभा चुनाव की कमान पूरी तरह से अपने हाथों में ले रखी है. इसका उदाहरण भी केंद्रीय बीजेपी द्वारा जारी की जा रही विधानसभा प्रत्याशियों की सूची में साफ तौर पर देखा जा रहा है। लेकिन शिवराज भी कमजोर खिलाड़ी नहीं हैं, कई दफ़े केंद्र ने उन्हें साइडलाइन करने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने डटकर मुकाबला किया। अब 2023 के चुनावों से पहले वो कमजोर पड़ते नजर आ रहे हैं।
इसी कड़ी में सीहोर से उनका एक वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में वो भावुक होते दिख रहे हैं। अपने गृह जिले सीहोर जिले में दिया उनका ये बयान काफी चर्चा का विषय बना हुआ है. रविवार को सीहोर जिले के विकास के लिए सीएम ने 200 करोड़ रुपए की सौगत का ऐलान किया.
लाड़कुई में मुख्यमंत्री चरण पादुका योजना अंतर्गत तेंदूपत्ता संग्राहकों को हितलाभ वितरण कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पहुंचे तो उन्होंने अपने संबोधन के दौरान कहा कि ऐसा भैया मिलेगा नहीं, जब में चला जाऊंगा, तब तुम्हें याद आऊंगा. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का ये बयान राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गया है. जिसके कई मायने निकाले जा रहे हैं।
सवाल ये है कि केंद्र के सामने हर पल मजबूती के साथ खड़ा रहने वाला मुख्यमंत्री क्या मैदान में उतरने से पहले ही अपनी हार कबूल कर चुका है? या ये एक ट्रेलर मात्र है, पूरी फिल्म अभी बाकी है। शिवराज लोगों से जुड़े रहते हैं और वक्त वक्त पर स्टंट्स के जरिए लोगों को अपना मुरीद बनाते हैं। ये बयान भी उसी का हिस्सा हो सकता है।
संभावना ये भी है कि शिवराज जैसे कद का नेता जो प्रदेश में अपना खुद का एक आधार रखता है, वो पार्टी के खिलाफ बगावत के राग भी छेड़ सकता है। ये बगावत मध्य प्रदेश में भाजपा की राह को और ज्यादा मुश्किल कर सकते हैं। शिवराज जिस आसानी से अपने विरोधियो को किनारे लगाते आए हैं, अगर वही तरीका वो आज़माते हैं तो ये चुनाव पार्टी के लिए मुश्किल परिस्थियां पैदा कर सकता है।
मध्यप्रदेश में भाजपा एंटी-इनकंबेंसी से लड़ने के लिए अलग अलग पैंतरे आजमा रही है। शिवराज के चेहरे को आगे रखकर चुनाव ना लड़ने की रणनीति अब पार्टी के लिए गले की फांस बनती दिख रही है। दूसरी लिस्ट में जिन कैंडिडेट्स के नाम घोषित किए गए उसमें 3 मुख्यमंत्री पद के दावेदार बताए जा रहे हैं। इसका बीज बहुत पहले बो दिया गया था। कई कार्यक्रमों से शिवराज जिक्र नदारद रहा, जन आशीर्वाद और फिर पीएम मोदी का अपने संबोधन में एक बार भी शिवराज का जिक्र ना करना। ये सब शिवराज को साइडलाइन करने की कवायद नजर आते हैं।
शिवराज सिंह चौहान ने कार्यक्रम के दौरान कहा कि बहनों मैंने सरकार नहीं परिवार चलाया है. मेरे नहीं रहने पर मैं बहुत याद आऊंगा. मुख्यमंत्री ने ये भी कहा कि मेरे लिए राजनीति का मतलब जनता की सेवा है. आमजन को उनके दुख-तकलीफों से दूर करके उनकी जिंदगी को बेहतर बनाना मेरा उद्देश्य है. हर परिवार में एक व्यक्ति के पास रोजगार हो, यह हमारा लक्ष्य है.
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