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भोपाल-इंदौर में भी अलर्ट, अशोकनगर में बारिश के साथ गिरी बिजली
मध्यप्रदेश में बिजली गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। वहीं, दूसरा घायल हो गया। घटना अशोकनगर की है। यहां पिछले 24 घंटे में ये दूसरी मौत है। इससे पहले अशोकनगर में ही बिजली गिरने से युवक की मौत हुई थी। इंदौर और भोपाल में भी अलर्ट जारी किया गया है। शुक्रवार को खंडवा और गुना में शाम को बारिश हुई।
मध्यप्रदेश में मानसून का इंतजार खत्म हो गया है। खंडवा और बैतूल में अरब सागर से मानसून ने एंट्री कर ली है। इसका असर भी प्रदेशभर में दिखने लगा है। शुक्रवार को जबलपुर के रास्ते बंगाल से भी एंट्री हो सकती है। अगले दो दिन में पहले इंदौर फिर भोपाल में मानसून की एंट्री हो सकती है।
मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार को भोपाल में सबसे ज्यादा तापमान 40 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। भोपाल में शाम को करीब 15 मिनट तक तेज बारिश के बाद कुछ देर रिमझिम होती रही। इसके अलावा खजुराहो, नरसिंहपुर, बैतूल, नौगांव, दमोह, सतना, रीवा, मलाजखंड, ग्वालियर और गुना में बारिश हुई। छिंदवाड़ा में तो निचली बस्ती में स्थित घरों में पानी भर गया, जबकि रीवा में भी तेज बौछारें पड़ीं। अगले 2 से 3 दिन तक सागर, जबलपुर, रीवा और शहडोल में कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है।
भोपाल-सागर में एक-एक इंच बारिश
गुरुवार-शुक्रवार को भोपाल और सागर में बारिश हुई। यहां एक-एक इंच बारिश दर्ज की गई। इसके अलावा खजुराहो, दतिया, बैतूल, नरसिंहपुर, रायसेन, नौगांव और दमोह में आधा-आधा इंच बारिश हुई। साथ ही गुना, सतना, पचमढ़ी, टीकमगढ़, रीवा, ग्वालियर, राजगढ़, जबलपुर, मलाजखंड और होशंगाबाद में भी बारिश।
बारिश होने से रात का पारा भी 28 के नीचे आ गया, पचमढ़ में सबसे कम 20 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
ऐसे बन रहे बारिश के बादल
मानसून के रफ्तार पकड़ते ही देश भर में बारिश शुरू हो गई है। इसका असर मध्यप्रदेश में भी दिखाई देने लगा है। गुरुवार को मानसून की एंट्री के साथ ही नए सिस्टम तैयार होने लगे हैं। एक ट्रफ उत्तर भारत में है। इसके साथ ही पूर्व-पश्चिम ट्रफ हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार, उत्तरी बंगाल, सिक्किम और नागालैंड तक फैल गया है। पाकिस्तान, दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान और हरियाणा के ऊपर चक्रवातीय गतिविधियों का असर अब मध्यप्रदेश पर दिखाई देने लगा है। दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान से पश्चिमोत्तर अरब सागर तक ट्रफ लाइन बनने से अरब सागर से भी मानसून के शुक्रवार के खंडवा और बैतूल से आगे बढ़ने की संभावना है।
12 साल में पांचवीं बार जल्दी आया
मध्यप्रदेश में पिछले 12 साल में पांचवीं बार सबसे पहले मानसून आया। वर्ष 2011 में सबसे पहले 10 जून को मानसून ने मध्यप्रदेश में एंट्री की थी। मानसून आते ही बैतूल, भिंड में डेढ़-डेढ़ इंच, मंदसौर और खंडवा में एक-एक इंच, ग्वालियर, दतिया, सीहोर व विदिशा में आधा-आधा इंच बारिश हुई। शिवपुरी, नर्मदापुरम, रायसेन और पचमढ़ी में भी बारिश हुई। पचमढ़ी में करीब 1 इंच बारिश हुई। भोपाल-इंदौर में अगले 72 घंटे के अंदर मानसून की एंट्री हो सकती है। भोपाल से पहले इंदौर में मानसून पहुंचेगा।
यहां बारिश का अलर्ट
मध्यप्रदेश में अगले 24 घंटे के दौरान कई इलाकों में बारिश हो सकती है। मौसम विभाग ने बैतूल, नर्मदापुरम, इंदौर, राजगढ़, शाजापुर, भिंड, ग्वालियर, शिवपुरी, बुरहानपुर, बड़वानी, हरदा, खंडवा, नरसिंहपुर, धार, छिंदवाड़ा, अनूपपुर, सिवनी, जबलपुर, डिंडोरी, बालाघाट, मंडला, दमोह, कटनी, निवाड़ी, रीवा, सिंगरौली और सीधी में कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ हल्की बारिश हो सकती है।