मध्य प्रदेश

22 महीने बाद ऐसे खुला खौफनाक हत्या का राज

Admin4
13 Aug 2022 10:47 AM GMT
22 महीने बाद ऐसे खुला खौफनाक हत्या का राज
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न्यूज़क्रेडिट: अमरउजाला

मुरैना में 22 महीने पहले नहर में धकेल कर एक व्यक्ति की हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने उसकी हत्या का खुलासा करते हुए पत्नी और उसके प्रेमी को गिरफ्तार किया है।

मुरैना में 22 महीने पहले हुई एक हत्या का पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है। गुमशुदा व्यक्ति की हत्या उसकी पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर की थी। हत्या करने का तरीका एक पेशेवर किलर की तरफ अपनाया गया। मारने से पहले मृतक को बाजार की कहकर घर से घटनास्थल पर ले जाया गया और फिर नीद की गोलियां खिलाकर नशे की हालत में उसे जिंदा नहर में डूबो दिया। सिहोनिया थाना पुलिस ने साइबर सेल की मदद और मृतक के फोन से हुई बातचीत के आधार पर मामले का खुलासा किया है।

मां की रिपोर्ट पर पुलिस ने की जांच शुरू

जानकारी के अनुसार, छत्त का पुरा गांव निवासी महिला मीरा बाई पत्नी रामजीलाल सखवार ने 7 जून 2022 को पुलिस में बेटे विश्वनाथ सखवार की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई। मां ने पुलिस को दी तहरीर में कहा कि उसका बेटा करीब दो साल से घर नहीं आया है। पहले वह रिश्तेदारों और गांव वालों के पास फोन कर लिया करता था। साथ वह मिलने भी आ जाता था। पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी।

साइबर सेल की मदद से खुला राज

पुलिस ने साइबर सेल की मदद से जांच शुरू की तो उसका मोबाइल फोन चालू था और लोकेशन मुरैना में मिली। कॉल डिटेल निकाली गई तो विश्वनाथ सखवार की बात उसकी बहन से हुई थी। पुलिस ने विश्वनाथ की बहन से पूछताछ की। बहन के मुताबिक, उसके पास भाई की एक कॉल आई थी, लेकिन आवाज भाई की न लगने पर उसने फोन काट दिया। गहन पूछताछ के दौरान पुलिस का शक उसकी पत्नी पर पहुंच गया।

पूछताछ के दौरान हुआ चौंकाने वाला खुलासा

पुलिस छानबीन में सामने आया कि मृतक की पत्नी को उसके ही गांव के अरविंद सखवार के साथ कई बार देखा गया है। संदेह के आधार पर अरविंद व विश्वनाथ की पत्नी को थाने बुलाया गया। पूछताछ के दौरान हत्या का मामला खुला गया। मृतक की पत्नी उसे बाजार की कहकर घर से ले गई थी। बाद में उसे नींद की गोलियां खिलाई गई और नशे की हालत में हाथ पैर बांध कर नहर में जिंदा डूबा दिया।

पुलिस ने भेजा जेल

एबी रोड स्थित सिकरौदा नहर में पहले कपड़े उतारे और मोबाइल छीनकर उसे धकेल दिया। कुछ दिन बाद सरायछौला थाना पुलिस ने उसके शव को बरामद किया था, लेकिन गुमशुदगी दर्ज न होने की वजह से पुलिस उसके परिजनों तक नहीं पहुंच सकी। थाना प्रभारी सिहोनिया पवन सिंह भदौरिया का कहना है कि दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया गया है।

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