मध्य प्रदेश

76 ट्रकों पर कार्रवाई, लेकिन ज़िम्मेदार अफसरों के गैर जिम्मेदार जवाब

Admin4
22 July 2022 3:43 PM GMT
76 ट्रकों पर कार्रवाई, लेकिन ज़िम्मेदार अफसरों के गैर जिम्मेदार जवाब
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भिंड। ज़िले में रेत के अवैध खनन की तस्वीरें बहुत समय से सामने आती रही हैं. बावजूद इसके छुटपुट कार्रवाई कर ज़िला प्रशासन अपनी पीठ थपथपाता रहा है और अवैध खनन की बात को सिरे से नकारता रहा है. लेकिन हाल ही में जब नदियों में खनन पर 30 जून से एनजीटी ने रोक लगा दी. उसके बावजूद भिंड के लहार क्षेत्र की पर्रायच रेत खदान पर सिंध नदी में रेत माफिया द्वारा अवैध खनन करते सैकड़ों ट्रक अचानक नदी में आए तेज बहाव के चलते फँस गए तो तस्वीरें सामने आने के बाद प्रशासन के झूठ की पोल खुल गयी है.

कलेक्टर भी टाल गए मामले को : भिंड के लहार क्षेत्र में इतने बड़े पैमाने पर रेत का अवैध उत्खनन हो रहा है और किसी ज़िम्मेदार को इसका पता नहीं चला, इस बात पर जब भिंड के प्रशासनिक मुखिया कलेक्टर सतीश कुमार एस से सम्पर्क किया गया तो उन्होंने भी मामले को टाल दिया. भिंड पुलिस अधीक्षक भी मामले में सीधा बोलने से कतराते हुए अधीनस्थ अधिकारियों पर टाल गए. एसडीएम बोले- नदी पर 76 ट्रक पकड़े सभी ख़ाली थे. एसडीओपी का जवाब है कि बारिश से कीचड़ में फंसे थे ट्रक.

एसडीएम के गोलमोल जवाब : जब लहार एसडीएम से सवाल पूछा गया तो उनका कहना था कि उन्हें सूचना मिली थी की पर्रायच पर सिंध नदी में कुछ ट्रक अवैध रूप से रेत का उत्खनन करने के लिए खड़े देखे गए हैं, जिस पर माइनिंग की टीम मौक़े पर पहुँची और 14 ट्रक ज़ब्त कर उनकी सुपुर्दगी भी सौंप दी गयी लेकिन तेज बारिश की वजह से रात के अंधेरे में आगे की कार्रवाई नहीं हो सकी. गुरुवार सुबह दोबारा टीम मौक़े पर पहुँची और 62 ट्रक पकड़े. हालाँकि, एसडीएम के मुताबिक़ सभी ट्रक ख़ाली थे और वहाँ रेत नहीं थी. इधर, लहार एसडीओपी ने तो मामले पर अच्छे से लीपापोती की. उनका कहना था कि उनके पास बुधवार की आधी रात सूचना आयी थी की कुछ ट्रक पानी के तेज बहाव में कीचड़ में फँस गए थे, जिस पर एक टीम मौक़े पर भेजी थी जहां कुछ ट्रक फ़ंसे हुए मिले सुबह एसडीएम और माइनिंग टीम भी मौक़े पर गयी इसके बाद कुछ ट्रक पकड़े हैं.

भाजपा नेता ने स्वीकारी अवैध खनन की बात : भिंड में सामने आयी अवैध उत्खनन की तस्वीरों के बाद जब सत्तापक्ष से सवाल किया गया तो भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्य समिति सदस्य और सिंधिया के क़रीबी रमेश दुबे का कहना था कि उन्हें भी सोशल मीडिया पर इस घटना के संबंध में जानकारी मिली थी. उन्होंने इस बात पर सहमति जतायी के भिंड ज़िले में जिस तरह रेत के अवैध उत्खनन की तस्वीर सामने आयी हैं. उन्होंने कहा कि CM शिवराज पहले ही स्पष्ट कर चुके थे कि किसी भी ज़िले में अवैध उत्खनन नहीं होना चाहिए, जिसके लिए विशेष अभियान भी चलाया गया. बावजूद इसके बिना इस तरह की तस्वीरें सामने आना जाँच का विषय है.

कांग्रेस ने शिवराज सरकार को घेरा : वहीं, भिंड के अटेर से कांग्रेस के पूर्व विधायक हेमंत कटारे ने भी इस मामले को उठाते हुए सीएम शिवराज और भाजपा सरकार पर तंज कसा है और भिंड ज़िले में प्रशासन पुलिस को लेकर कमीशनखोरी लिए अवैध खनन कराने का आरोप लगाया है. साथ ही सवाल किया है कि यदि इस अवैध खनन के खेल में मुख्यमंत्री या बीजेपी की संलिप्तता नहीं है तो भिंड की जनता जानना चाहती है कि अपने आदेश के अनुसार सीएम शिवराज भिंड कलेक्टर व एसपी पर क्या और कब कार्रवाई करेंगे. (Action on 76 trucks in illegal mining) (Illegal sand mining continues in Bhind)

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