मध्य प्रदेश

महिला प्रोफेसर से जूम मीटिंग में अश्लील बातें करने वाले आरोपी

Admin4
24 Jun 2022 12:31 PM GMT
महिला प्रोफेसर से जूम मीटिंग में अश्लील बातें करने वाले आरोपी
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मध्य प्रदेश साइबर सेल ने महिला प्रोफेसर को जूम मीटिंग में अश्लील वीडियों भेजने वाले दो आरोपी छात्रों को गिरफ्तार किया है। आरोपी फर्जी पते की से जूम मीटिंग में बिना बुलाए शामिल हो जाते थे। साइबर सेल आरोपियों तक वीडियों में दिखे डिश एंटीना और चप्पल के जरिए पहुंची।

मध्य प्रदेश साइबर सेल ने भोपाल के एक कॉलेज की महिला प्रोफेसर को जूम मीटिंग में अश्लील वीडियों भेजने वाले दो आरोपी छात्रों को गिरफ्तार किया है। आरोपी फर्जी पते की सिम से जूम मीटिंग में बिन बुलाए शामिल हो जाते थे। साइबर सेल आरोपियों तक वीडियों में दिखे डिश एंटीना और चप्पल के जरिए पहुंची।
एमपी साइबर सेल को एक कॉलेज की प्रोफेसर जूम मीटिंग में अश्लील वीडियों भेजने और बाते करने वालों को शिकायत की थी। आरोपी जूम मीटिंग के दौरान बिना बुलाए शामिल होते थे और महिला प्रोफेसर के साथ अश्लील बातें करते थे। शिकायत के बाद साइबर सेल ने मामले की जांच शुरू की। मीटिंग में आरोपियों के वीडियों के स्क्रीन शॉट्स में दो कंपनियों के डिश एंटीना और स्लीपर दिख रही थी। इसके जरिए ही साइबर सेल आरोपियों तक पहुंची। एक आरोपी वीडियों में दिख रही चप्पल पहने ही मिल गया। आरोपियों की पहचान बीबीए छात्र अनिकेत सिंह राजपूत महर्षि पतंजलि कॉलोनी निवासी और दूसरा आरोपी आदित्य सिंह गांधी नगर निवासी है। जो नीट की तैयारी कर रहा है।
आरोपी अनिकेत ने पूछताछ में बताया कि उसने ऑनलाइन कक्षाओं और परीक्षाओं में बाधा डालने के लिए आदित्य के साथ अपराध करना कबूला। उसने ऑनलाइन कक्षाओं के दौरान अश्लील वीडियों शेयर किए थे। साथ ही प्रोफेसर को अश्लील संदेश भेजना भी कबूल किया है। पुलिस ने उसकी चप्पल को सबूत के रूप में जब्त किया है। वहीं, पुलिस की टीम ने मोबाइल फोन, सिम जब्त किया है। पुलिस को आरोपियों के खिलाफ और शिकायतें मिली हैं, जिसमें कहा गया था कि उन्हें फोन पर अज्ञात नंबरों से अश्लील संदेश मिल रहे हैं। पुलिस ने कहा कि इन नंबरों का इस्तेमाल आरोपी छात्र कर रहे थे।
साइबर सेल के अधिकारियों ने बताया कि इस तरह के अपराध को जूमबॉम्बिंग कहा जाता है। इसका मतलब होता है कि बिन बुलाए कोई यूजर जूम मीटिंग में घुस जाता है और ऑनलाइन मीटिंग और कक्षाओं को बाधित करता है। आरोपियों ने तीन जून को वाइव टेस्ट के दौरान सर्वर को हैक कर लिया और उस पर पोर्न वीडियो चला दिया था। आरोपी फरवरी में भी ऐसी हरकत कर चुके थे। इससे उनके हौंसले और बढ़ गए। उनको लग रहा था कि उनको कोई नहीं पकड़ सकता।


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