मध्य प्रदेश

आदत का ठग ने उठाया फायदा, ऑस्ट्रेलिया के नागरिक से ऐंठे करोड़ों रुपए

Admin4
26 Jun 2022 6:15 PM GMT
आदत का ठग ने उठाया फायदा, ऑस्ट्रेलिया के नागरिक से ऐंठे करोड़ों रुपए
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ऑस्ट्रेलिया में रहने वाले पॉल शेफर्ड ने एक एप्लीकेशन बनाने के नाम पर एक विज्ञापन सोशल मीडिया पर सर्कुलेट किया, इसी दौरान इंदौर में रहने वाले एक युवक की निगाह उस विज्ञापन पर पड़ी. इस दौरान उसने पॉल शेफर्ड जो कि ऑस्ट्रेलिया में रहने वाले थे उनसे संपर्क किया और एक अच्छा एप्लीकेशन बना कर देने की बात कही. वहीं एप्लीकेशन को बनाने के लिए इंदौर में सबसे कम रेट पर एप्लीकेशन बनाने की बात पॉल को बताई, जिसके कम रेट के कारण वह उसके बातों में आ गए और फिर धीरे-धीरे आरोपी ने उनसे पैसे लेना शुरू कर दिया. इसी दौरान आरोपी के द्वारा पॉल शेफर्ड को यह भी बताया गया कि वह जो एप्लीकेशन बना रहा है, इस एप्लीकेशन को एप्पल कंपनी के माध्यम से प्रचार प्रसार किया जाएगा. पॉल शेफर्ड को संबंधित युवक ने इस बात की भी जानकारी दी कि एप्पल कंपनी में उसके अच्छे कांटेक्ट है और वह जल्द ही एग्रीमेंट एप्पल कंपनी के सीईओ से करवा देगा.डायरेक्टर बनाने का लालच देकर ऐंठे करोड़ों रुपये: कुछ दिनों बाद आरोपी युवक ने एप्पल कंपनी के सीईओ का फर्जी एग्रीमेंट पॉल को भेज दिया, उसके बाद और रुपए ले लिए. जिसके बाद संबंधित युवक ने पॉल को इस बात की जानकारी भी दी कि यदि एप्पल कंपनी में हिस्सेदारी लेनी होती है तो उसके शेयर खरीदने होते हैं. आरोपी ने पॉल शेफर्ड को इस बात की भी जानकारी दी कि यदि वह एप्पल कंपनी में बतौर डायरेक्टर बनना चाहते हैं तो और रुपए इस कंपनी में डालने होंगे, और उन्होंने युवक के कहने पर और रुपए ट्रांसफर कर दिया है. बाद में आरोपी ने आने वाले दिनों में हैदराबाद के सीईओ से युवक ने मीटिंग भी करवाने की भी बात कही गई थी, वही युवक के द्वारा लगातार एप्पल कंपनी में विभिन्न तरह की स्कीमों के साथ ही कंपनी में हिस्सेदारी की बात कह कर करोड़ों रुपए ले लिए.

जांच में जुटी पुलिस: युवक ने तकरीबन एक करोड़ रुपए अलग-अलग नाम पर विभिन्न अकाउंट में ट्रांसफर कर लिए, जब पाल शेफर्ड को युवक के द्वारा धोखाधड़ी की जानकारी लगी तो उन्होंने इंदौर में रहने वाले अपने एक मित्र रूपेश शर्मा के माध्यम से पूरे मामले की शिकायत अन्नपूर्णा पुलिस को करवाई. वहीं अन्नपूर्णा पुलिस ने इस पूरे मामले में जांच पड़ताल करते हुए आरोपी संबंधित युवक के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है. वहीं युवक के द्वारा जिस मोबाइल नंबर के माध्यम से पॉल शेफर्ड से संपर्क किया जाता था,उस मोबाइल नंबर की लोकेशन के साथ ही विभिन्न तरह की जानकारी भी निकाली जा रही है.

दिमागी बीमारी होने के कारण भूलने की आदत थी: इंदौर में रहने वाले एडवोकेट का मामले में कहना है कि "पॉल शेफर्ड को दिमागी बीमारी थी, जिसके कारण वह कुछ ही देर में बातों को भूल जाया करते थे. इसी बात का फायदा युवक ने उठाया और उसके बाद उनसे लाखों रुपया ले लिए, हालांकि पॉल को दिमाग में काफी गंभीर बीमारी है और डॉक्टरों ने कुछ ही दिनों बाद उनकी मौत की बात कही है. इसी कारण उनकी पत्नी और बच्चों के भविष्य को सेफ करने के लिए उन्होंने एक एप्लीकेशन बनाने की योजना बनाई और इसी के चलते उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से एक विज्ञापन जारी किया, जब इस विज्ञापन के बारे में जानकारी युवक को लगी तो युवक में उन्हें अपनी बातों में फंसा कर करोड़ों रुपए ले लिए."

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