- Home
- /
- राज्य
- /
- मध्य प्रदेश
- /
- तीन साल से अधिक का गैप...
तीन साल से अधिक का गैप पड़ेगा छात्रों पर भारी, नहीं होगा दाखिला
भोपाल न्यूज़: यूजी करने वाले स्टूडेंट्स को डिग्री पूरा करने के लिए नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) में भले ही सात साल का समय मिला हो, लेकिन विद्यार्थी इसमें तीन साल से अधिक का गैप नहीं दे सकते. यदि कोई स्टूडेंट्स ऐसा करता है तो वह डिग्री पूरी नहीं कर सकेगा. उदाहरण के लिए एक स्टूडेंट्स यदि 2022 में यूजी कोर्स में दाखिला लेता है, तो चार साल के हिसाब से यह डिग्री 2026 में पूरी होगी. नई शिक्षा नीति के तहत यदि कोई विद्यार्थी किसी कारण से प्रथम वर्ष के बाद आगे की पढ़ाई करने में आसमर्थ है, तो वह पढ़ाई छोड़ सकता है और सात साल के अंदर कभी भी प्रवेश लेकर डिग्री पूरी करने की सुवधा दी गई है. विशेषज्ञों के अनुसार एनईपी में भले ही विद्यार्थी को डिग्री पूरी करने सात साल का समय दिया हो, लेकिन उसके पास डिग्री पूरा करने के लिए कम से कम चार साल का समय होना जरूरी है.
यह है व्यवस्था: यूजीसी फ्रेमवर्क के तहत छात्र को एक साल की पढ़ाई पूरी करने पर सर्टिफिकेट, दो साल के कोर्स पर यूजी डिप्लोमा, तीन साल के प्रोग्राम को पूरा करने पर बैचलर डिग्री और चार साल की अवधि पूरी करने पर छात्रों को बैचलर डिग्री (ऑनर्स) प्रदान की जाएगी. नए करिकुलम के तहत अब छात्रों को क्रेडिट अंक दिए जाएंगे. समर इंटर्नशिप और अप्रेंटिसशिप को भी अनिवार्य किया जाएगा.
नई शिक्षा नीति (एनईपी) में छात्रों को डिग्री पूरी करने के लिए सात साल का समय जरूर दिया गया है, लेकिन कोई भी विद्यार्थी तीन साल से अधिक का गैप देता है, तो उसके पास डिग्री पूरी करने के लिए पर्याप्त समय नहीं होगा.
आनंद शर्मा, महासचिव, प्रांतीय शासकीय महाविद्यालयीन प्राध्यापक संघ