मध्य प्रदेश

8 साल का बच्चा, 4 डॉक्टरों के खिलाफ एक्शन

Admin4
11 July 2022 12:47 PM GMT
8 साल का बच्चा, 4 डॉक्टरों के खिलाफ एक्शन
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मुरैना. मध्य प्रदेश के मुरैना जिले से बड़ी खबर है. दो साल के बच्चे की मौत के बाद उसके परिजनों को एंबुलेंस न देने के मामले में कलेक्टर ने जिला अस्पताल के चार डॉक्टरों को नोटिस जारी किया है. कलेक्टर ने इन डॉक्टरों को तीन दिन के अंदर जवाब देने के लिए कहा है. गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "सरकार ने मुरैना की घटना को गंभीरता से लिया है. जिला पंचायत सीईओ को पूरे मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं. सिविल सर्जन को शो-कॉज नोटिस जारी किया गया है. पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता भी दी जा रही है."

ये पूरा मामला उस वक्त पूरे प्रदेश में सुर्खियां बना जब आठ साल का भाई अपने दो साल के भाई का शव लिए बड़ी देर तक सड़क किनारे बैठा रहा. वहां से गुजर रहे लोगों की इस बच्चे पर जब नजर पड़ी तो हंगामा मच गया. कई लोगों ने बच्चे के वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिए. इस बीच शहर कोतवाल के मामले में हस्तक्षेप किया और बच्चे का शव भेजने की व्यवस्था की.

इस हैरान करने वाली खबर का जिले में बड़ा असर देखने को मिला. खबर दिखाए जाने के बाद जिला कलेक्टर बी. कार्तिकेय ने सिविल सर्जन डॉक्टर विनोद गुप्ता, अंबाह बीएमओ डॉ. डीएस यादव, ड्यूटी डॉक्टर नरेश गांगील, अंबाह डॉक्टर सतीश यादव को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. प्रशासन ने डॉक्टरों से पूछा है कि आखिर बच्चे के परिजनों को एंबुलेंस क्यों नहीं मिली. इसका जवाब तीन दिन में दीजिए. गौरतलब है कि ये मामला अंबाह के बड़फरा गांव का है. यहां रहने वाले पूजाराम जाटव के दो साल के बेटे राजा की तबीयत बिगड़ गई थी. पूजाराम उसे छोटे बेटे गुलशन के साथ लेकर अंबाह के अस्पताल पहुंचे. यहां डॉक्टरों ने राजा को देखा तो उसकी स्थिति गंभीर देख मुरैना के जिला अस्पताल रेफर कर दिया.

बच्चे के पेट में भर गया था पानी

जिला अस्पताल में जब डॉक्टरों ने बच्चे का इलाज किया तो पता चला कि उसके पेट में पानी भर गया है. थोड़ी ही देर बाद राजा की मौत भी हो गई. इसके बाद पिता के होश उड़ गए. उसने कुछ देर बाद जब अस्पताल प्रबंधन से शव ले जाने के लिए एंबुलेंस मांगी तो उन्होंने उसे मना कर दिया और कहा कि बाहर से कोई गाड़ी किराये पर ले लो. पिता पूजाराम ने वह भी कोशिश की लेकिन, गाड़ी वाले किराया ज्यादा मांग रहे थे. आर्थिक स्थिति कमजोर होने के चलते वह किराया नहीं दे सके. इसके बाद वे छोटे बेटे गुलशन और राजा का शव लेकर अस्पताल से बाहर आ गए.

टीआई ने की मदद

अस्पताल के बाहर आने के बाद पूजाराम बेटे का शव गुलशन की गोद में रखकर सस्ती गाड़ी का इंतजाम करने चले गए. गुलशन सड़क किनारे भाई का शव लिए बैठा रहा. इसके बाद वहां जिस-जिस की नजर पड़ी वह हैरान हो गया. लोगों ने बच्चे का वीडियो बनाना शुरू कर दिया. इस बीच कोतवाली के टीआई योगेन्द्र सिंह जादौन ने जब ये देखा तो तुरंत जिला अस्पताल से एंबुलेंस की व्यवस्था कराई और पूजाराम की आर्थिक मदद की.

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