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मकान के नामांतरण के लिए मांगे थे 20 हजार, एमपी हाउसिंग बोर्ड का बाबु रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार
उज्जैन। मध्य प्रदेश हाउसिंग बोर्ड के एक रिश्वत खोर कर्मचारी को लोकयुक्त ने रंगे हाथ 10 हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है. (Ujjain District Court Babu Caught Red Handed) आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया है. (Prevention of Corruption Act) आरोपी हाउसिंग बोर्ड विभाग के सम्पत्ति प्रबंधन शाखा में सहायक ग्रेड 3 के पद पर पदस्थ था. मकान के नामांतरण के लिए बाल मुकुंद मालवीय ने राहुल दांगी से 20 हजार की रिश्वत मांगी थी. फरियादी ने 20 हजार देने पर असमर्थता जताई इसके बाद 10 हजार में सौदा कर राहुल ने लोकायुक्त पुलिस को शिकायत कर दी.
नामांतरण के नाम पर रिश्वत की मांग: मामले में राहुल दांगी ने देवास के जवाहर कालोनी में EWS श्रेणी का मकान 12 .70 लाख में खरीदा और नामांतरण के लिए 10 मार्च को हाउसिंग बोर्ड उज्जैन में आवेदन दिया. हाउसिंग बोर्ड के कर्मचारी बाल मुकुंद मालवीय ने राहुल दांगी से नामांतरण के नाम पर 20 हजार रिश्वत मांगी. फरियादी ने 10 हजार में सौदा तय कर 5 जुलाई को लोकायुक्त में शिकायत कर दी. लोकायुक्त अधिकारियों ने आरोपी को 10 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर आरोपी पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम (Prevention of Corruption Act) के तहत प्रकरण दर्ज कर मामले को विवेचना में लिया है.
रिश्वतखोरों पर कार्रवाई: हालांकि क्षेत्र का यह पहला मामला नहीं है. इससे पहले भी लोकायुक्त पुलिस कई रिश्वतखोरों को गिरफ्तार कर चुकी है. (Ujjain Lokayukta Police Action) हाल ही में 12 जुलाई की शाम लोकायुक्त ने उज्जैन के नागदा में एक शिक्षक को 7वीं कक्षा की मार्कशीट नहीं देने और मार्कशीट देने के बदले 9500 की रिश्वत मांगने पर धर दबोचा था. इससे पहले लोकयुक्त ने नागदा निवासी पटवारी जितेंद्र सिंह राणावत को 7000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर चुकी है.