कुमार विश्वास ने RSS को लेकर की गई टिप्पणी पर सफाई पेश की है। उन्होने कहा कि वो बात उन्होने एक बालक को लेकर कही थी, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के लिए नहीं लेकिन कुछ विघ्न संतोषियों ने इसे अलग अर्थ में पेश कर दिया। उन्होने कहा कि उनके बयान को तोड़ मरोड़कर प्रस्तुत किया जा रहा है। बता दें कि कुमार विश्वास ने कहा था कि आरएसएस अनपढ़ होते हैं और वामपंथी कुपढ़। इस बयान को लेकर बवाल खड़ा हो गया और मध्य प्रदेश में बीजेपी नेताओं ने उन्हें प्रतिबंधित करने की मांग भी कर डाली है।
ये है मामला
उज्जैन में कालिदास अकादमी परिसर में विक्रमोत्सव के तहत आयोजित रामकथा के दौरान सुपरिचित हिंदी कवि डॉ. कुमार विश्वास कुछ ऐसा कह गए, जिसपर बवाल मच गया है। उन्होने कथा के बीच में एक उद्धरण देते हुए कहा कि ‘बजट से पहले बच्चे ने पूछा कि कैसा बजट आना चाहिए, मैंने कहा कि तुमने तो रामराज्य की सरकार बनाई है तो रामराज्य का बजट आना चाहिए। तो वो बोला रामराज्य में कहां बजट होता था।’ इसके बाद उन्होने जो कहा उसपर अब बवाल हो रहा है। कुमार विश्वास ने कहा कि ‘समस्या यही है कि वामपंथी कुपढ़ है और आरएसएस वाले अनपढ़ हैं। इस देश में दो ही लोगों का झगड़ा चल रहा है। एक तो वामपंथी हैं जिन्होने पढ़ा सब है लेकिन गलत पढ़ा है और एक ये वाले (आरएसएस) वाले हैं जिन्होने पढ़ा ही नहीं है।’ ये बयान जैसे ही सामने आया बीजेपी उनपर हमलावर हो गई। लेकिन अब वो अपने बयान से पलटते नजर आ रहे हैं।
कुमार विश्वास ने एक वीडियो जारी करते हुए कहा है कि उनकी बात को गलत तरीके से प्रस्तुत किया है। उन्होने कहा कि ‘कथा प्रसंग में मेरे कार्यालय में काम करने वाले बालक पर मैंने एक टिप्प्णी की जो संयोग से राष्ट्रीय सेवक संघ में काम करता है। पढ़ता लिखता कम है बोलता ज्यादा है तो मैंने उससे कहा कि तुम पढ़ा लिखा करो, तुम अनपढ़ हो। वामपंथी कुपढ़ है और तुम अनपढ़ हो। सिर्फ इतनी सी बात मैंने कही और कुछ विघ्न संतोषियों ने इसे ज्यादा फैला दिया।’ इसी के साथ उन्होने कहा कि कुछ लोग कह रहे हैं कि वो इस कथा को भंग करेंगे तो आप ये भी ध्यान रखियेगा कि रामकथा कौन भंग करता है। उन्होने कहा कि ‘मैं जो बोल रहा हूं उसका अर्थ उसी तरह से लगाएं जो बोल रहा हूं। और उसे कोई किसी नए अर्थ में समझेंगे तो उसके लिए मैं जिम्मेदार नहीं हूं। तदोपरांत आपकी सामान्य बुद्धि में ये प्रसंग अगर किसी और तरह से चला गया है तो मैं उसके लिए मुझे माफ करें।’
बीजेपी नेता ने की प्रतिबंधित करने की मांग
उनकी इस टिप्पणी के बाद मध्य प्रदेश में उनको बैन करने की मांग भी उठने लगी है। बीजेपी प्रदेश कार्यसमिति सदस्य सुरेंद्र शर्मा ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर मांग की है कि कवि कुमार विश्वास को प्रदेश के किसी भी सरकारी कार्यक्रम में आमंत्रित न किया जाए। उन्होने कहा है कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के बारे में अपमानजनक टिप्पणी करने वाले व्यक्ति को शासकीय आयोजनों में प्रतिबंधित किया जाना चाहिए। लेकिन अब जब कुमार विश्वास अपनी सफाई पेश कर चुके हैं, देखना होगा कि मामला क्या मोड़ लेता है।