केरल | कांग्रेस की केरल इकाई के अध्यक्ष के. सुधाकरन ने रविवार को कहा कि वह पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और आलाकमान की इच्छा के अनुसार प्रदेश कांग्रेस का नेतृत्व करना जारी रखेंगे। सुधाकरन ने यह भी कहा कि वह मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी(माकपा) के प्रदेश सचिव एम.वी. गोविंदन के खिलाफ मानहानि का मामला दायर करेंगे। सुधाकरन ने धोखाधड़ी के उस मामले में अपनी गिरफ्तारी के मद्देनजर प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष पद छोड़ने की पेशकश की थी, जिसमें प्राचीन वस्तुओं का विवादास्पद स्वयंभू डीलर एम. मावुंकल मुख्य आरोपी है।
सुधाकरन ने यहां पत्रकारों से कहा कि पार्टी के वरिष्ठ नेतृत्व और आलाकमान, दोनों ने उनके प्रस्ताव को खारिज कर दिया और कहा कि उन्हें पद पर बने रहना चाहिए। कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘इसलिए, मैंने उनकी इच्छा का पालन करने का फैसला किया है।'' शुक्रवार को गिरफ्तार होने के बाद सुधाकरन को केरल उच्च न्यायालय के आदेश पर उसी दिन जमानत पर रिहा कर दिया गया था।
गोविंदन ने अपनी पार्टी के मुखपत्र देशभिमानी में प्रकाशित एक रिपोर्ट का उल्लेख करते हुए 18 जून को दावा किया था कि यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण अधिनियम (पॉक्सो) मामले की पीड़ित ने अपराध शाखा से कहा था कि सुधाकरन उन स्थानों में एक पर मौजूद थे, जहां मावुंकल ने उससे बलात्कार किया था, और इसलिए विशेष शाखा प्रदेश कांग्रेस प्रमुख से सवाल पूछ सकती है।
गोविंदन के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर करने संबंधी सुधाकरन के बयान के बाद माकपा के प्रदेश सचिव ने दिल्ली में संवाददाताओं से कहा कि उनका बयान मीडिया में आई खबरों पर आधारित था और वह कानूनी रूप से इसका सामना करेंगे। केपीसीसी प्रमुख ने यह भी कहा कि वह अपने खिलाफ धोखाधड़ी के मामले को रद्द कराने के लिए एक याचिका दायर करेंगे।