केरल

चार दिनों में हुई तीसरे नवजात की मौत, केरल सरकार ने दिए जांच के आदेश

Deepa Sahu
26 Nov 2021 4:01 PM GMT
चार दिनों में हुई तीसरे नवजात की मौत, केरल सरकार ने दिए जांच के आदेश
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केरल (Kerala) के अट्टापदी में शुक्रवार को तीन दिन के एक बच्चे की मौत हो गई.

केरल (Kerala) के अट्टापदी में शुक्रवार को तीन दिन के एक बच्चे की मौत हो गई, जो पिछले चार दिनों में इस तरह की तीसरी घटना है. नवजातों की मौत पर केरल सरकार (Kerala Government) ने बहुविभागीय जांच के आदेश दिए हैं. ये मौतें इलाके के अगाली एवं पुथुर क्षेत्रों में हुईं. स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय को घटना की जांच के आदेश दिए हैं.

अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजातति एवं पिछड़ा वर्ग मामलों के मंत्री के. राधाकृष्णन शनिवार को जिले के इस पिछड़े इलाके का दौरा कर स्थिति का जायजा लेंगे. अनुसूचित जनजाति विकास विभाग की निदेशक टी. वी. अनुपमा को मामले की जांच करने और रिपोर्ट सौंपने का जिम्मा दिया गया है.पलक्कड़ की डीएमओ रमादेवी नेबताया कि शुक्रवार को जिले के मन्नारकौड अस्पताल में नवजात की मौत हुई, जो पिछले चार दिनों में इस तरह की तीसरी घटना है.
केरल में कोरोनी महामारी के चलते जन्म लेने वाले बच्चों की संख्या में गिरावट
इससे पहले केरल में कोरोना के चलते जन्म लेने वाले बच्चों की संख्या में कमी देखी गई. राज्य के मुख्य रजिस्ट्रार ऑफ बर्थ के आंकड़ों के अनुसार, केरल में साल 2021 के पहले नौ महीनों में बच्चों के जन्म लेने के मामलों में तेज गिरावट देखी गई और 1 की मौत हुई. महामारी से पहले 4.80 लाख जन्म दर्ज किए गए थे. महामारी के दौरान साल 2020 में ये घटकर 4.53 लाख हो गए. आंकड़ों से पता चलता है कि केरल में जन्म संख्या में लगातार गिरावट देखी जा रही है. इस साल ये गिरावट सबसे तेज रही है.
बताया जा रहा है कि इसका आने वाले वर्षों में केरल की जनसंख्या पर गहरा असर पड़ेगा. 2010 में, केरल ने 5.46 लाख जीवित जन्म दर्ज किए, जो 2011 में बढ़कर 5.6 लाख हो गए. तब से, 2016 और 2017 के बीच जन्मों की संख्या में गिरावट दर्ज की गई है. केरल में ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में 100 प्रतिशत जन्म रजिस्टर्ड किए गए हैं. 2019 में, केरल में जन्म के 21 दिनों के अंदर 87.03 प्रतिशत जन्म दर्ज किए गए.
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