केरल के पथनमथिट्टा जिले में हाल ही में उजागर हुए दो महिलाओं की बलि के मामले को लेकर कई चौंकाने वाली बातें सामने आई हैं। मामले की जांच के लिए गठित एसआईटी ने अब आरोपी की जमीन की खुदाई कराने का फैसला किया, ताकि यह पता लगाया जा सके कि उसने अन्य महिलाओं को तो इसी तरह निशान नहीं बनाया? एसआईटी को शक है कि आरोपियों ने इसी तरह कई लोगों की हत्याएं की हैं।
केरल पुलिस ने सितंबर में लापता हुईं दो महिलाओं की बलि देने के मामले में इसी सप्ताह आरोपी मोहम्मद शफी, भगवल सिंह और उसकी पत्नी लैला को गिरफ्तार किया था। ये अभी पुलिस रिमांड पर हैं। इनसे पूछताछ में कई अहम खुलासे हुए हैं। आरोपियों ने पथनमथिट्टा में लापता महिलाओं पद्मा व रोसलीन की बलि देकर उनके साथ वीभत्स कृत्य को अंजाम दिया था। मामले की जांच एसआईटी को सौंपी जा चुकी है।
पूरे केरल में घूमकर चुने शिकार
जांच अधिकारियों ने बताया कि सतत पूछताछ से आशंका हुई कि आरोपियों ने कुछ और लोगों को अपना शिकार बनाया है। हालांकि, तीनों आरोपी इस बारे में ज्यादा कुछ नहीं बता रहे हैं। आशंका है कि मुख्य आरोपी मोहम्मद शफी उर्फ राशिद ने पूरे केरल में घूमकर अपने शिकार चुने थे। इसलिए आरोपी की जमीन की खुदाई कराई जाएगी, ताकि वहां यदि और शव दफनाए गए हों तो उन्हें निकाला जा सके। इस काम में प्रशिक्षित खोजी कुत्तों की भी मदद ली जाएगी। पुलिस ने शुक्रवार को शफी के घर व होटल पर भी छापा मारा था।
मृत पद्मा के गहने गिरवी रखकर पत्नी को दिए 40 हजार
मुख्य आरोपी शफी कितना शातिर है, इसका अंदाजा उसके कृत्यों से लगाया जा सकता है। पूछताछ में शफी की पत्नी नबीसा ने बताया कि सितंबर के अंतिम सप्ताह में उसे उसने 40 हजार रुपये लाकर दिए थे। पत्नी ने पूछा कि कहां से लाए तो उसने कहा था कि एक पुराना वाहन बेचकर पैसा लाया। पूछताछ में अब शफी ने पुलिस को बताया कि ये पैसा वह पद्मा नामक महिला की हत्या के बाद उसके गहने गिरवी रखकर लाया था। पुलिस ने गहने गिरवी रखवाने वाले दलाल को एर्नाकुलम से गिरफ्तार कर सोना बरामद कर लिया है।
एर्नाकुलम व पथनमथिट्टा में लापता महिलाओं के सारे केस फिर खोले जाएंगे
इस बीच, केरल पुलिस ने फैसला किया है कि वह एर्नाकुलम व पथनमथिट्टा जिलों में लापता हुईं महिलाओं के सारे केस फिर से खोलकर उनकी जांच करेगी। बीते पांच सालों में पथनमथिट्टा में 12 महिलाएं और एर्नाकुलम में 14 महिलाएं लापता हुई हैं। नरबलि मामला सामने आने के बाद इन सभी की इस एंगल से जांच की जाएगी। इनकी जांच के लिए विशेष टीम बनाई जाएगी।