केरल

केरल में टूटे बारिश के रिकॉर्ड, 2015 के बाद से तीन गुना बढ़ गईं बहुत भारी बारिश की घटनाएं

Renuka Sahu
21 Feb 2022 2:08 AM GMT
केरल में टूटे बारिश के रिकॉर्ड, 2015 के बाद से तीन गुना बढ़ गईं बहुत भारी बारिश की घटनाएं
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फाइल फोटो 

केरल में पिछले छह वर्षों में भारी बारिश की वजह से सारे रिकॉर्ड ध्वस्त हो चुके हैं.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। केरल में पिछले छह वर्षों में भारी बारिश की वजह से सारे रिकॉर्ड ध्वस्त हो चुके हैं. भारतीय मौसम विभाग (India Meteorological Department) के आंकड़ों के मताबिक केरल (Kerala) में वर्ष 2015 के बाद से बहुत भारी बारिश (Very Heavy Rainfall) की घटनाओं में करीब तीन गुना इजाफा हुआ है. आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक इस तटवर्ती राज्य में वर्ष 2015 के दौरान बहुत अधिक भारी बारिश की 43 घटनाएं दर्ज की गई थीं, जबकि यह संख्या वर्ष 2021 में बढ़कर 115 हो गई. बहुत अधिक बारिश की घटना का वर्गीकरण ऐसे दिन के रूप में किया गया है, जब 115.6 से 204.4 मिलीमीटर के बीच वर्षा दर्ज की जाए.

वर्ष 2015 में बहुत भारी वर्षा की 43 घटनाएं दर्ज की गईं, जिनमें से 19 जून में दर्ज की गईं. वर्ष 2016 में यह संख्या 23 थी, जिनमें से 16 घटनाएं अकेले जून में दर्ज की गईं. वर्ष 2017 में बहुत भारी बारिश की 38 घटनाएं दर्ज की गईं, जिनमें से 14 घटनाएं सितंबर की हैं.
वर्ष 2018 में बहुत भारी बारिश की 163 घटनाएं दर्ज की गईं, जिनमें से 74 घटनाएं अगस्त में दर्ज की गईं. वर्ष 2019 में बहुत भारी बारिश की 117 घटनाएं हुईं, जिनमें से 71 अगस्त में और 22 जुलाई में दर्ज की गईं. वर्ष 2020 में बहुत भारी वर्षा की 110 घटनाएं हुईं. वर्ष 2021 में बहुत भारी बारिश की 115 घटनाएं दर्ज की गईं, जिनमें से 51 घटनाएं केवल मई में दर्ज की गईं.
बहुत भारी बारिश के आंकड़े…
वर्ष बहुत भारी बारिश के आंकड़े
2015 43
2016 23
2017 38
2018 163
2019 117
2020 110
2021 115
कांग्रेस सदस्य शशि थरूर के एक सवाल पर पृथ्वी विज्ञान मंत्री जितेंद्र सिंह ने लोकसभा में एक लिखित उत्तर में कहा था, 'गर्मी बढ़ने से अत्यधिक वर्षा की घटनाओं की आवृत्ति पूरे भारत में बढ़ सकती है खासकर मध्य और दक्षिणी भागों में.'
केरल में वर्ष 2015 में भारी बारिश (64.5-115.5 मिमी प्रति दिन) की कुल घटनाएं 10 महीनों में 360 थीं, जबकि साल 2016 में यह संख्या 225, साल 2017 में 360, साल 2018 में 607 और साल 2019 में भारी बारिश की 528 घटनाएं दर्ज की गईं. केरल में 2020 में भारी वर्षा की 484 घटनाएं देखी गईं, जिसमें अगस्त में अधिकतम (132) घटनाएं दर्ज की गईं.
भारी बारिश के आंकड़े…
वर्ष भारी बारिश के आंकड़े
2015 360
2016 225
2017 360
2018 607
2019 528
2020 484
2021 574
वर्ष 2021 में भारी वर्षा की 574 घटनाएं हुईं जिनमें से अधिकतर मई (130) में दर्ज की गई थीं, इसके बाद अक्टूबर (112 दिन) और जुलाई में 107 दिन थे. राज्य में वर्ष 2015 और 2016 में अत्यधिक भारी वर्षा (204.4 मिमी प्रति दिन से अधिक) एक-एक दिन हुई, जबकि वर्ष 2017 में दो दिन हुई. वर्ष 2018 में अत्यधिक बारिश की 32 घटनाएं दर्ज की गईं. अत्यधिक बारिश की घटनाएं वर्ष 2019 में 33, वर्ष 2020 में आठ और वर्ष 2021 में 11 दर्ज की गईं.
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