राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने एक बार फिर प्रतिबंधित संगठन पीपुल्स फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) पर शिकंजा कस दिया है। केरल में आज तड़के 56 ठिकानों पर एकसाथ छापे मारे गए। एनआईए के अधिकारियों के अनुसार यह कार्रवाई संगठन को नए नाम से पुनर्जीवित करने के प्रयासों को देखते हुए की जा रही है। बता दें, केरल मूल के इस कट्टरपंथी संगठन ने देशभर में अपनी जड़ें जमा ली थीं। इसके गैर कानूनी कार्यों को देखते हुए केंद्र सरकार ने इस पर सितंबर में पाबंदी लगा दी थी।
एर्नाकुलम में पीएफआई के नेताओं से जुड़े आठ ठिकानों पर छापे मारे गए हैं। वहीं, तिरुवनंतपुरम में छह परिसरों पर जांच जारी है। यह कार्रवाई गुरुवार सुबह चार बजे एक साथ शुरू की गई। खबर लिखे जाने तक एनआईए की छापेमारी जारी थी। उल्लेखनीय है कि पीएफआई का गठन 2006 को केरल में ही हुआ था। इसके बाद इसने 2009 में एक राजनीतिक संगठन 'सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया' भी बनाया था।
केंद्र द्वारा संगठन पर पाबंदी लगाने के खिलाफ केरल में हड़ताल भी की गई थी। इस दौरान राज्य में व्यापक हिंसा हुई थी। इस हिंसा के खिलाफ केरल हाईकोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया था और केरल की वाम मोर्चा सरकार को निर्देश दिया था कि हड़ताल के दौरान सार्वजनिक संपत्ति को हुए नुकसान की भरपाई आरोपियों और अधिकारियों से करे