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केरल में 'मानव बलि'..दो महिलाओं का मर्डर, विपक्ष ने की उचित जांच की मांग

Rani Sahu
11 Oct 2022 3:42 PM GMT
केरल में मानव बलि..दो महिलाओं का मर्डर, विपक्ष ने की उचित जांच की मांग
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तिरुवनंतपुरम, (आईएएनएस)| केरल के पथानामथिट्टा जिले के तिरुवल्ला में एक पति-पत्नी द्वारा दो महिलाओं की हत्या और दफनाये जाने के मामले में संदिग्ध मानव बलि का मामला अब राजनीतिक हो गया है और कांग्रेस और भाजपा ने इसकी उचित जांच की मांग की है। ऐसा आरोप लगाया जा रहा है कि कथित तौर पर सत्तारूढ़ सीपीआई-एम के साथ आरोपियों के घनिष्ठ संबंध हैं। आरोपी भागवल सिंह और उसकी पत्नी लैला अपने घर पर पठानमथिट्टा जिले के अरनमुला के पास एक मसाज सेंटर चलाते थे। कोच्चि के पुलिस आयुक्त सी.एच. नागराजू ने कहा कि दंपति ने दोनों महिलाओं को मार डाला और दफना दिया। यह एक अनुष्ठानिक मानव बलि के हिस्से के रूप में किया गया था। शिहाब के बयान पर दोनों आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया और तीनों को आरोपियों के घर ले जाया गया। वह एक 'वडियार' (पारंपरिक चिकित्सक) है और यह एक बहुत ही जटिल मामला है और इस मामले में कई परतें हैं।
नागाराजू ने कहा- महिलाओं के शव को फोरेंसिक विशेषज्ञों के पास भेजा जाएगा। अपराध का मकसद मानव बलि के रूप में स्वीकार किया गया है और हमने दंपति द्वारा दिए गए बयान से इसकी पुष्टि की है जो वित्तीय बेहतरी (घर में पैसा आने) के लिए किया गया था।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के. सुधाकरन ने कहा कि जो खुलासे सामने आ रहे हैं, उसने पूरे राज्य को झकझोर कर रख दिया है और इससे भी ज्यादा चौंकाने वाली बात यह है कि यह एक स्थानीय सीपीआई-एम नेता (भागवल सिंह) ने किया है। उन्होंने आरोप लगाया- मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन राज्य के सबसे खराब गृह मंत्री के रूप में जाने जाएंगे। राज्य में लगभग 67,000 लोगों के लापता होने के मामले दर्ज किए गए हैं और आश्चर्य की बात है कि अगर इस तरह के प्रकरण होते हैं तो। सीपीआई-एम के लिए इसी तरह की निर्मम हत्याएं कोई नई बात नहीं है, लेकिन जो चौंकाने वाली बात है वह है मानव बलि जो सदियों पहले प्रचलन में थी, लगता है कि सीपीआई-एम के माध्यम से वापसी हुई है, यह डरावना है। उन्होंने कहा, सीपीआई-एम हमेशा अपने कैडरों के बचाव में आती है जो इस तरह के कृत्यों में लिप्त हैं और समय की जरूरत है कि उन सभी लापता लोगों के मामलों की जांच के लिए एक विशेष टीम बनाई जाए।
विदेश राज्य मंत्री और भाजपा नेता वी. मुरलीधरन ने सोशल मीडिया का सहारा लिया और काला जादू के नाम पर एक जघन्य अपराध कहा। उन्होंने ट्वीट किया, क्या यह केरल पिनाराई विजयन नंबर 1 का घमंड है? शर्म की बात है! यह घटना सुधारित केरल समाज पर एक काला धब्बा है। इस तरह की प्रथाएं निंदनीय हैं और अपराधियों को तुरंत न्याय के दायरे में लाया जाना चाहिए।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के. सुरेंद्रन ने कहा कि यह चौंकाने वाला मामला है और इसमें सीपीआई-एम के एक सदस्य की भूमिका और भी चिंताजनक है। उन्होंने कहा, समय की मांग है कि एक उचित जांच की जाए क्योंकि एक सीपीआई-एम कार्यकर्ता की भूमिका अब सामने आ गई है और इस घटना ने केरल को शर्म से सिर झुकाने के लिए मजबूर कर दिया है। सीपीआई-एम को जवाब देना है।
दूसरी ओर, सीपीआई-एम पोलित ब्यूरो के सदस्य एम.ए. बेबी ने कहा कि उक्त व्यक्ति की वर्तमान में सीपीआई-एम में कोई भूमिका नहीं है क्योंकि वह कुछ समय पहले पार्टी का अनुयायी था।
सामने आई रिपोर्ट्स के मुताबिक शिहाब उर्फ मोहम्मद शफी की पहचान दो महिलाओं की हत्या के मास्टरमाइंड के तौर पर हुई है। उसने पहले श्रीदेवी के नाम से एक फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट बनाया और भागवल और लैला से दोस्ती कर ली। उन्होंने दंपति को आश्वस्त किया कि राशिद नाम का एक व्यक्ति है, जिसके पास महाशक्तियां हैं और अगर वे उसे खुश करते हैं, तो वे आर्थिक रूप से समृद्ध होंगे। बाद में, शिहाब ने पहली बार आरोपियों से मुलाकात की, खुद को राशिद बताया, और उनके बीच दोस्ती हो गई। एक मानव बलि के विचार पर चर्चा की गई जिसके लिए उसे और लैला को सिंह के सामने सेक्स करने पर भी बात हुई।
शिहाब का कहना था कि वह मानव बलि के लिए एक महिला के साथ वापस आएगा और अगस्त में एक महिला के साथ वो वापस आया भी, जिसकी पहचान अब रोजलिन के रूप में की गई है। रोजलिन के साथ इस बहाने दंपति के घर आया कि अगर वह एक सॉफ्ट पोर्न फिल्म में काम करती है तो उसे 10 लाख रुपये का भुगतान किया जाएगा। इसके बाद रोजलिन को बिस्तर पर लेटने के लिए कहा गया और फिल्म की शूटिंग के दौरान आरोपी तिकड़ी ने उसे बिस्तर पर बांध दिया। जल्द ही, सिंह हथौड़े के साथ आया और उसका सिर फोड़ दिया। सिंह की पत्नी लैला ने तलवार से रोजलिन की गर्दन काट दी और चाकू से उसके गुप्तांगों पर वार किया और उस खून को घर के चारों ओर छिड़क दिया गया। बाद में रोजलिन के शव को दंपति के घर में दफना दिया गया।
दंपति ने पाया कि मानव बलि देने के बावजूद, उनकी वित्तीय या आर्थिक स्थिति में कोई बदलाव नहीं आया और उन्होंने शिहाब को फोन किया। शिहाब ने कहा कि दंपति पर कुछ अपशकुन आया है। इसलिए इससे बाहर आने के लिए एक और मानव बलि देनी होगी और जल्द ही वह दूसरी महिला को लाएगा। योजना के अनुसार, शिहाब एक अन्य महिला को लाया, जिसकी पहचान तमिलनाडु से पद्मम के रूप में हुई, जिसके बाद उसकी भी मानव बलि दी गई।
इससे पहले, एर्नाकुलम पुलिस ने 27 सितंबर को एक 50 वर्षीय महिला के लापता होने की सूचना पर जांच शुरू की थी। तिरुवल्ला में मोबाइल कॉल टावर का पता लगाने के बाद पुलिस ने पाया कि लापता महिला शिहाब के संपर्क में थी। 27 सितंबर से पहले, एर्नाकुलम के इसी इलाके से एक और महिला भी लापता हो गई थी, जिसकी उम्र 50 वर्ष है। इस मामले में भी मोबाइल कॉल टावर लोकेशन और लापता महिला द्वारा किए गए कॉलों का पता शिहाब से लगाया गया। पुलिस ने पहले शिहाब को हिरासत में लिया और फिर कथित आरोपी दंपति से भी पूछताछ की।
इस खबर के सामने आते ही स्थानीय लोग और दंपति के पड़ोसी सहम गए। एक स्थानीय ने कहा- मैं उन्हें (सिंह को) पिछले 50 वर्षों से जानता हूं और उनके काम के बारे में किसी को संदेह नहीं था क्योंकि बहुत सारे लोग मालिश के लिए आते थे। कल की बात है मैंने देखा पुलिस गाड़ी उनके घर के सामने आई। कुछ समय बाद, दंपति को पुलिस वाहन में ले जाया गया।
मुख्यमंत्री विजयन, जो वर्तमान में लंदन की यात्रा पर हैं, उन्होंने इस घटना को चौंकाने वाला बताया। उन्होंने अपने कार्यालय द्वारा जारी एक बयान के अनुसार कहा- केवल वास्तव में बीमार मानसिकता और विवेक वाले लोग ही ऐसी चीजों में शामिल हो सकते हैं और आधुनिक समाज के लिए एक चुनौती है। इस तरह की गलत धारणा और अंधविश्वास को दूर किया जाना चाहिए और बड़े पैमाने पर समाज को इन सभी से सावधान रहना चाहिए और प्रत्येक को इस बुराई से लड़ने के लिए सामने आना चाहिए।
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