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तिरुवनंतपुरम (आईएएनएस)| केरल में सत्तारूढ़ एलडीएफ ने शनिवार को 2021 के विधानसभा चुनावों में सत्ता में अपनी वापसी की दूसरी वर्षगांठ मनाई। वहीं, विपक्ष ने इसे काला दिवस के रूप में मनाते हुए विरोध प्रदर्शन किया। विरोध का नेतृत्व करते हुए विपक्ष के नेता वीडी. सतीशन ने कहा कि विजयन के कुशासन के कारण केरल सबसे अधिक ऋणग्रस्त राज्य बन गया है।
राज्य सरकार द्वारा लोगों पर 5,000 करोड़ रुपए का बोझ डाले जाने के बावजूद, मुख्यमंत्री विजयन वर्षगांठ मनाने के लिए विज्ञापनों के साथ जश्न मना रहे हैं। लोगों पर शनिवार से शुरू होने वाले ईंधन उत्पादों पर अतिरिक्त दो रुपए का बोझ डाला जा रहा है। सतीसन ने कहा, इससे चौतरफा कीमतों में बढ़ोतरी होगी।
कन्नूर और कोझिकोड जिले के बीच स्थित माहे (पुडुचेरी का हिस्सा) में पेट्रोल 15 रुपए प्रति लीटर सस्ता है, जबकि केरल की तुलना में डीजल 13 रुपए सस्ता है।
सतीसन ने कहा, "विजयन सरकार निराशाजनक रूप से विफल हो गई है क्योंकि यह कर एकत्र करने में असमर्थ है। विजयन को गोकुलम गोपालन के स्वामित्व वाले चिट फंड व्यवसाय को सहायता देने में अपने हस्तक्षेप की भूमिका पर सफाई देनी चाहिए। राज्य का खजाना सूख गया है और पांच लाख रुपए से ऊपर का कोई भुगतान नहीं हुआ है। चीजें पूरी तरह से गड़बड़ हैं।"
इस बीच, विजयन दूसरी वर्षगांठ समारोह के हिस्से के रूप में मीडिया में कई विज्ञापनों के साथ सामने आए हैं, जिसमें कहा गया है कि उनकी सरकार ने 'नए केरल' के निर्माण में अपना सर्वश्रेष्ठ कदम आगे बढ़ाया है।
--आईएएनएस
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