तिरुवनंतपुरम, (केरल): केरल के पथानामथिट्टा जिले में कथित मानव बलि मामले की जांच जारी है। इस बीच लापता महिलाओं के रिश्तेदारों ने पुलिस से संपर्क किया है, क्योंकि उन्हें डर है कि उनके लापता होने के पीछे मुख्य आरोपी मोहम्मद शफी उर्फ रशीद का हाथ हो सकता है। इस बात की जानकारी मामले से जुड़े अधिकारियों ने रविवार को दी।
पुलिस ने कहा कि शफी (52) और एक चिकित्सक दंपति भगवल सिंह (68) और उसकी पत्नी लैला (59) को 11 अक्टूबर को जिले के एलंथूर गांव में दो महिलाओं की हत्या के मामले में गिरफ्तार किया गया था।
2013 से अलाप्पुझा जिले से कथित तौर पर लापता बिंदू पद्मनाभन के रिश्तेदारों ने केरल पुलिस की अपराध शाखा से संपर्क किया। परिवार के सदस्यों ने ये दावा किया है कि उसे शफी जैसे मिलते जुलते एक व्यत्ति के साथ देखा गया था। पुलिस उपाधीक्षक (अपराध शाखा) आर सुरेश ने कहा कि हम शफी से पूछताछ करेंगे, लेकिन अभी तक हमें शफी को लापता मामले से जोड़ने के लिए कोई भी ठोक सबूत नहीं मिला है।
कोच्चि में लाटरी टिकट विक्रेता 49 वर्षीय रोसेलिन और 52 वर्षीय पद्मा के कथित मानव बलि की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) ने कहा कि शफी को पकड़ पाना काफी मुश्किल था और उसने जांच को गुमराह किया। उनके रिश्तेदारों ने पुलिस को बताया कि जहां एलंथूर जुड़वां हत्याकांड की शिकार गरीब महिलाएं थीं, वहीं 46 वर्षीय बिंदू पद्मनाभन के पास करोड़ों रुपये की संपत्ति थी और वह अलाप्पुझा जिले के कडाकरपल्ली में अकेली रह रही थी।