कर्नाटक

PM मोदी ने कर्नाटक को दी 28 हजार करोड़ रुपये की सौगात

Deepa Sahu
20 Jun 2022 5:22 PM GMT
PM मोदी ने कर्नाटक को दी 28 हजार करोड़ रुपये की सौगात
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(PM Narendra Modi) कर्नाटक के दो दिवसीय दौरे (PM Modi karnataka Visit) पर हैं.

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(PM Narendra Modi) कर्नाटक के दो दिवसीय दौरे (PM Modi karnataka Visit) पर हैं. अपने दौरे के पहले दिन पीए मोदी ने राज्य को कई बड़ी सौगातें दीं. सोमवार को पीए मोदी ने बेंगलुरु में 28,000 करोड़ रुपये से अधिक की कई रेल और सड़क परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया. इस दौरान पीएम मोदी के साथ राज्य के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई भी मौजूद रहे.

जनता को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि विकास कार्यों का यह प्रोजेक्ट ईज ऑफ लिविंग और ईज ऑफ डूइंग बिजनेस दोनों को लाभ पहुंचाएगा. उन्होंने कहा कि बेंगलुरू को ट्रैफिक जाम से मुक्त बनाने के लिए डबल इंजन वाली सरकार रेल, सड़क, मेट्रो और अंडरपास, फ्लाईओवर के निर्माण सहित हर संभव साधन पर काम कर रही है। हमारी सरकार बेंगलुरू के उपनगरीय क्षेत्रों के साथ बेहतर संपर्क प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है.पीएम मोदी ने कहा कि कर्नाटक में 5 नेशनल हाईवे प्रोजेक्ट्स, 7 रेलवे प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास किया गया है. कोंकण रेलवे के शतप्रतिशत बिजलीकरण के महत्वपूर्ण पड़ाव के हम साक्षी बने हैं. ये सभी प्रोजेक्ट कर्नाटका के युवाओं, मध्यम वर्ग, किसानों, श्रमिकों, उद्यमियों को नई सुविधा देंगे, नए अवसर देंगे.

विकास कार्य 40 साल पहले ही हो जाने चाहिए थे
प्रधानंत्री ने कहा कि जो विकास कार्य आज से करीब 40 साल पहले हो जाने चाहिए थे उन्हें पूरा करने का मौका मिला है. अगर ये सभी काम उस समय पूरे हो जाते तो बेंगलुरु पर बोझ नहीं बढ़ता, और इसीलिए मैं समय बर्बाद नहीं करना चाहता और लोगों की सेवा में हर मिनट खर्च करना चाहता हूं.

एयरपोर्ट जैसी सुविधाएं दे रही भारतीय रेल
पीएम मोदी ने कहा कि भारतीय रेल अब वो सुविधाएं, वो माहौल भी देने का प्रयास कर रही है जो कभी एयरपोर्ट्स और हवाई यात्रा में ही मिला करती थीं और भारत रत्न सर एम. विश्वेश्वरैया के नाम पर बेंगलुरु में बना आधुनिक रेलवे स्टेशन भी इसका प्रत्यक्ष प्रमाण है.


उन्होंने कहा कि बेंगलुरु देश के युवाओं के सपनों का शहर है और इसके पीछे यहा की उद्यमशीलता है, इनोवेशन है का हाथ है. बेंगलुरु उन लोगों को अपना माइंडसेट बदलने की सीख भी देता है, जो अभी भी भारत के प्राइवेट सेक्टर, प्राइवेट एंटरप्राइज को भद्दे शब्दों से संबोधित करते हैं.


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