कर्नाटक
'चिंतन शिविर' के लिए 14-15 जुलाई को बेंगलुरु में जुटेंगे RSS के कई नेता, इन मुद्दों पर हो सकती है चर्चा
Renuka Sahu
10 July 2022 2:44 AM GMT
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फाइल फोटो
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नेता इस महीने 14 और 15 जुलाई को बेंगलुरु में दो दिवसीय ‘चिंतन शिविर’ के लिए जुटने वाले हैं.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के नेता इस महीने 14 और 15 जुलाई को बेंगलुरु में दो दिवसीय 'चिंतन शिविर' के लिए जुटने वाले हैं. इस 'चिंतन शिविर' में 2023 के विधानसभा चुनावों की तैयारियों पर चर्चा होने की उम्मीद है. बताया जा रहा है कि इसमें कर्नाटक के सीएम बसवराज बोम्मई (Basavaraj Bommai) और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नलिन कुमार कतील भी भाग लेंगे. इसके मद्देनजर 30 जून को भाजपा अध्यक्ष ने आरएसएस प्रमुख मुकुंद और सुधीर से मुलाकात की और बेंगलुरु में आरएसएस मुख्यालय केशवकृपा में लगभग 45 मिनट तक चर्चा की.
आरएसएस इस समय 'हिजाब' और 'हलाल' जैसे संवेदनशील मुद्दों पर बैक-टू-बैक सैंपल पोल के बावजूद विधानसभा चुनावों में भाजपा की जीत को लेकर चिंतित हैं. आरएसएस उन विपक्षी नेताओं के बारे में भी चिंतित है जो लगातार आरएसएस पर हमला कर रहे हैं, खासकर भाजपा नेता जो कांग्रेस विधायक दल के नेता सिद्धारमैया को मुंहतोड़ जवाब देने में नाकाम रहे हैं. इस चिंतन शिविर में विधानसभा चुनाव की रणनीति समेत कई मुद्दों पर चर्चा होगी.
सूत्रों ने कहा कि बैठक में इस बात पर चर्चा होगी कि राज्य में सत्ता बनाए रखने और चुनाव जीतने के लिए सरकार, पार्टी, नेताओं और आरएसएस को क्या भूमिका निभानी चाहिए. विभिन्न मुद्दों पर भ्रम को दूर करने और चुनावों के मद्देनजर भाजपा कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारियों, विशेष रूप से बोर्ड और निगमों में भर्ती के लिए किए जाने वाले उपायों पर चर्चा की जाएगी. 'चिंतन शिविर' में मुकुंद, केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी और बीजेपी कर्नाटक प्रभारी अरुण सिंह समेत आरएसएस के कई नेता शामिल हो सकते हैं.
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